बेस अस्पताल में भर्ती मरीजों के तीमारदारों के लिए गेट पास की सुविधा मिली
बेस अस्पताल में भर्ती मरीजों के तीमारदारों के लिए गेट पास की सुविधा मिली
सबसे तेज प्रधान टाइम्स गबर सिंह भण्डारी
श्रीनगर गढ़वाल। प्रदेश के चिकित्सा स्वास्थ्य एंव चिकित्सा शिक्षा मंत्री डॉ.धन सिंह रावत के दिशा-निर्देशों बेस अस्पताल में एक एक कर सभी व्यवस्थाओं को सुचारू करने का पालन शुरू हो गया है। पहले चरण मे अस्पताल में भर्ती मरीजों के तीमारदारों के लिए नये साल के पहले दिन गेट पास की सुविधा का शुभारंभ किया गया। यह सुविधा मरीजों के तीमारदारों के साथ ही अस्पताल के डॉक्टरों एवं कर्मचारियों के लिए भी सुविधाजनक रहेगी। गेट पास की सुविधा मिलने से अस्पताल में कोई फालतू नहीं घुमेगा,बल्कि सुरक्षा कर्मी भी गेट पास के जरिए अस्पताल में भर्ती मरीजों के तीमारदारों की पहचान कर पायेगा और बिना कोई कारण घूमने वालों पर लगाम लग सकेगा। मरीजों को गेट पास भर्ती पंजीकरण के दौरान भर्ती काउंटर से दिये जायेगे। बुधवार को नये साल के अवसर पर अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ.अजेय विक्रम सिंह ने अस्पताल में भर्ती होने आये मरीज कृपाल सिंह के तीमारदार को दो गेट पास देकर उक्त व्यवस्था का शुरु करायी। कहा कि अस्पताल में गेट पास दिया जाना जरूरी इसलिए भी हो गया था,कि अस्पताल में पूर्व में घटी घटनाओं की पुनरावृत्ति ना हो इसके लिए गेट पास शुरु कराया गया है। कहा कि गेट पास वाले तीमारदार को ही परिसर के अंदर प्रवेश करने दिया जाएगा। कहा कि ओपीडी के लिए किसी भी तरह की पास की आवश्यकता नहीं होगी। ब्लकि वार्डो में भर्ती मरीजों के लिए गेट पास की व्यवस्था शुरु करायी गई है। उन्होंने कहा कि बेस अस्पताल परिसर में आपराधिक घटनाओं की रोकथाम व सुरक्षा को देखते हुए गेट पास की व्यवस्था शुरु करायी गई है। यहीं नहीं गेट पास व्यवस्था शुरू होने से अस्पतालों के वार्डों में लगने वाली अनावश्यक भीड़ पर नियंत्रण होगा तथा मरीजों व डॉक्टरों को बेहतर सुरक्षा मिलेगी। इस मौके पर एमआरडी प्रभारी अनिल उनियाल,शिव दर्शन नेगी,एमएसडब्ल्यू,जतिन सिंह,सुनील,कुलदीप,शैलेश कोटनाला आदि मौजूद थे। बेस अस्पताल में सुरक्षा व्यवस्था और पूर्व में घटी घटनाओं को देखते हुए बेस अस्पताल में गेट पास की सुविधा बहाल की गई है। यहीं नहीं वार्डो में मरीज के बैड के पास पांच-सात लोग अलग-बगल बैठे होते है,जिससे वार्डो में अनाश्यक भीड़ तो होती ही साथ ही भर्ती मरीज के स्वास्थ्य पर भी प्रभाव पड़ सकता है। वार्डो में भर्ती होने वाले मरीजों को भर्ती काउंटर से ही दो गेट पास दिये जायेगे। गेट पास मिलने के बाद उसी मरीज के तीमारदार को वार्ड में प्रवेश करने दिया जायेगा,जिसके पास गेट पास होगा। जिसकी चैकिंग सुरक्षा कर्मियों द्वारा की जायेगी।