जाते-जाते दे गए बुजुर्ग नेत्रदान का संदेश
जाते-जाते दे गए बुजुर्ग नेत्रदान का संदेश
90 वर्षीय रंजीत राय मल्होत्रा के निधन पर कराए गए नेत्रदान से समाज में आएगी जागृति:गोपाल नारंग
सबसे तेज प्रधान टाइम्स
सचिन शर्मा
हरिद्वार।नेत्रदान के प्रति समाज में जागरूकता का आशय आप जरा सी इस बात से लगा सकते हैं ,कि जिम्मेदार नागरिक जीते जी कहते हैं कि मेरी मृत्यु के बाद मेरे नेत्रदान करवा देना। पूर्व में यदि कोई व्यक्ति मृत्यु की बात कहता था ,तो लड़ाई हो जाती थी। वर्तमान में व्यक्ति अपने नेत्रदान के लिए अपने मृत्यु की बात स्वयं करते हैं। रुड़की निवासी 90 वर्षीय रंजीत राय मल्होत्रा के निधन पर कराए गए नेत्रदान से परिवार के नजदीकी भी अपने नेत्रदान की बात करने लगे है।नेत्रदान कार्यकर्ता व लायंस क्लब ऋषिकेश देवभूमि के चार्टर अध्यक्ष गोपाल नारंग के अनुसार रामनगर रुड़की निवासी 90 वर्षीय रंजीत राय मल्होत्रा के निधन पर कराए गए नेत्रदान से समाज में जागृति अवश्य आएगी। उनके निधन पर तुरंत ही उनकी पत्नी श्रीमती विनोद मल्होत्रा ने अपने पोत्र प्रांशु मल्होत्रा को उनके दादा का नेत्रदान का संकल्प याद दिलाते हुए नेत्रदान करने के लिए कहा। प्रांशु मल्होत्रा की सुचना पर श्री नारंग ने ऋषिकेश आई बैंक की नेत्रदान की रेस्क्यू टीम में पवन नेगी और डॉक्टर दीपा के साथ उनके निवास पर जाकर रात्रि में ही जाकर नेत्र दान