मसूरी में रस्किन बॉन्ड इंटरनेशनल स्कूल की पद्मश्री व पद्मभूषण रस्किन बांड ने की शुरूआत
सुनील सोनकर
देहरादून। मसूरी में शिक्षा के क्षेत्र में नई क्रांति लाते हुए रस्किन बॉन्ड इंटरनेशनल स्कूल लॉन्च किया गया। रस्किन बॉन्ड इंटरनेशनल स्कूल की पद्मश्री पद्मभूषण रस्किन बांड और देश की पहली आईपीएस अधिकारी और पूर्व राज्यपाल डॉ. किरण बेदी ने शुरुआत की। मसूरी के एक होटल के सभागार में आयोजित कार्यक्रम में रस्किन बांड और देश की पहली आईपीएस अधिकारी डा. किरण बेदी ने देशभर में खोले जाने वाले 15 रस्किन बॉन्ड इंटरनेशनल स्कूल का शुभारम्भ किया।
बता दें कि रस्किन बॉन्ड इंटरनेशनल स्कूल को प्रीस्कूल फ़्रैंचाइज़ी मॉडल के रूप में डिज़ाइन किया गया है, जिसका उद्देश्य भारत के सबसे कम उम्र के दिमागों को पोषित करने के लिए रचनात्मकता, कहानी कहने और वास्तविक दुनिया के कौशल को मिलाकर प्रारंभिक शिक्षा को फिर से परिभाषित करना है।यह पहल शिक्षा के क्षेत्र में नवाचार लाने और अनूठे फ़्रैंचाइज़ी मॉडल के माध्यम से पूरे भारत में बच्चों को सशक्त बनाने का लक्ष्य है जिसका मुख्य लक्ष्य हर शहर में एक प्रीस्कूल खोलना है। इस मॉडल के तहत प्रत्येक स्कूल कहानी सुनाने को एक मौलिक शिक्षण पद्धति के रूप में एकीकृत करेगा, जो युवा शिक्षार्थियों में रचनात्मकता, आलोचनात्मक सोच और सहानुभूति को बढ़ावा देगा।
इस मौके पर विशिष्ट अतिथि पूर्व राज्यपाल डा0 किरन बेदी ने कहा कि यह शिक्षा के क्षेत्र में बडा बदलाव साबित होगा जिसके तहत पूरे देश में 15 रस्किन बांड इंटरनेशनल स्कूल खोले जा रहे है। उन्होंने कहा कि इसमें हजारो छा़त्र शिक्षा ग्रहण करेंगे। उन्होने कहा कि उनकरे उम्म्ीद है कि यह स्कूल 15 से 1500 होगे और देष के विभिन्न क्षेत्रों के छात्रों को लाभ पहुचायेगे। उन्होंने रस्किन बांड के परिवार सहित स्कूल के निदेशक कुणाल शर्मा,और सिद्धार्थ बांड को शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा, शिक्षा एक संपन्न राष्ट्र की नींव है। रस्किन बॉन्ड इंटरनेशनल स्कूल मॉडल यह सुनिश्चित करता है कि बच्चे न केवल सीखें बल्कि नेतृत्व करने के लिए आवश्यक मूल्यों और कौशल का विकास भी करें।
रस्किन बांड ने मसूरी का धन्यवाद किया कि देश में इस तरह के स्कूल खोले जा रहे है उम्मीद है कि यह प्रयास सार्थक साबित होगा। उन्होने कहा कि मसूरी के लोग उनका बहुत ध्यान रखते है और वह लगातार कुछ नया लिखने का प्रयास करते रहतेहै।
स्कूल के निदेशक उत्पल शाह ने कहा कि रस्किन बांड के स्टोरी के तहत भारत के विभिन्न लोकेशनों पर स्कूल खोलकर बच्चों तक पहुच सकते है यह सौभाग्य की बात होगी, जिसके लिए बड़ी उत्सुकता है। उन्होंने कहा कि स्कूल मसूरी व देहरादून में भी खोला जायेगा पहले गुजरात के सूरत, अहमदाबाद, बडौदा, सहित दिल्ली, बंगाल, व साउंथ में खोले जायेंगे। इसमें बच्चों को स्टोरी टेलिंग व कल्पनाओं के माध्यम से बच्चों को सोचने की शक्ति को बढावा देगा उसके साथ ही सभी विषय पढाये जायेगे। बच्चे पहले पढ़े सोचें व लिखना शुरू करें।
रस्किन बांड के पोते सिद्धार्थ बांड ने भावी पीढ़ियों का पोषण करते हुए अपने दादा की विरासत को संरक्षित करने के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होनेकहा कि अपने दादा रस्किन बांड के लेखन को बच्चों सहित उम्रदराज भी पढते हैं उसी को आधार मानकर यह रस्किन बांड इंटरनेशनल स्कूल खोले जा रहे हैं। इस मौके पर स्कूल के निदेशक कुणाल शर्मा ने कहा कि भारत युवा देश है जिसे मजबूत बनाने के लिए रस्किन बांड इंटरनेशनल स्कूल खोले जा रहे है, यह ग्रुप ऑफ स्कूल प्री स्कूल है जो बच्चों को क्रिएटिव, क्यूरोसिटी व कंसिस्टेंसी पढायेंगे, जो देश के विभिन्न शहरों में वर्ष 2025 में खोले जायेंगे। छात्र संसद के अध्यक्ष कुणाल शर्मा ने कहा, हमारी दृष्टि कहानियों, कल्पना और वास्तविक-चिंतनशील अनुप्रयोगों के माध्यम से बच्चों में सीखने के लिए प्यार जगाना है। जिसमें कक्षा बारह तक शिक्षा दी जायेगी। कार्यक्रम के समापन पर शशि थरूर ने वीडियो के माध्यम से रस्किन बॉन्ड इंटरनेशनल स्कूल के लांच होने पर सभी को बधाई देते हुए कहा कि रस्किन बॉन्ड इंटरनेशनल स्कूल प्रारंभिक शिक्षा में एक नया मानदंड स्थापित करने के लिए तैयार है। हर कक्षा में कल्पना और नवाचार लाने की प्रतिबद्धता के साथ, यह पहल अब शिक्षकों, सुधारवादियों और परिवर्तन करने वालों से हाथ मिलाने और इस दृष्टि को वास्तविकता बनाने का आह्वान करती है।
इस मौके पर प्रसिद्ध स्टैंड-अप कॉमेडियन और होस्ट रोहन जोशी सतीश शर्मा, अंजलि नौरियाल, अभि व नियू, संदीप साहनी, शैलेंद्र कर्णवाल, अरुण प्रताप सिंह, राकेश बांड सहित कई लोग मौजूद थे।