मुख्यमंत्री ने वीडियो संदेश के माध्यम से किया गढ़ भोज दिवस मनाने का आह्वान
मुख्यमंत्री ने वीडियो संदेश के माध्यम से किया गढ़ भोज दिवस मनाने का आह्वान
सबसे तेज प्रधान टाइम्स गबर सिंह भण्डारी श्रीनगर गढ़वाल। उत्तराखंड के परम्परागत फसलों एवं भोजन का उत्सव गढ़ भोज दिवस 7 अक्टूबर को वृहद रूप से मनाया जाएगा,राज्य सरकार के द्वारा स्कूल,कालेजों,स्वास्थ्य विभाग एवं विश्व विद्यालय को पत्र जारी कर अनिवार्य रूप से गढ़ भोज दिवस मनाने के निर्देश जारी किए गए। इस वर्ष उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के द्वारा स्कूल,कालेजों,मेडिकल कॉलेज,अस्पतालों,स्वयं सहायता समूह,समस्त उत्तराखड भवनों,होटलों,रेस्टोरेंट,देश विदेश में रहने वाले प्रवासियों एवं विदेशो मे होटल व्यवसाइयो जुड़े उत्तराखंडियो से वीडियो संदेश के माध्यम से बढ़ चढ़ कर गढ़ भोज दिवस मनाने का आह्वान किया गया। साथ ही उत्तराखंड सरकार के कैबिनेट मंत्री डॉ.धन सिंह रावत ने शिक्षा विभाग,स्वास्थ्य विभाग,सहकारिता विभाग एवं उच्च शिक्षा विभाग को गढ़ भोज दिवस मनाने के निर्देश जारी किए। इस वर्ष गढ़ भोज दिवस का विषय गढ़ भोज से निरोगी काया पर आधारित है। पर्वतीय विकास शोध केंद्र के नोडल अधिकारी डॉ.अरविंद दरमोडा ने बताया की नई पीढ़ी परम्परागत मोटे अनाजों से बनने वाले भोजन को जाने,इसे अपनी थाली का हिस्सा बनाए और उत्तराखंड की समृद्ध भोजन परंपरा को देश दुनिया के सामने लाने के लिए हिमालय पर्यावरण जड़ी बूटी एग्रो संस्थान जाड़ी के द्वारिका प्रसाद सेमवाल प्रणेता गढ़भोज अभियान वर्ष 2000 से गढ़भोज अभियान के माध्यम से प्रयासरत है। राज्य में लोगो को जोड़ने के साथ ही सरकारों का ध्यान भी स्थानीय भोजन को बढ़ावा देने के लिए बेहतरीन प्रयास किए गए। उनके द्वारा वर्ष 2021 को गढ़ भोज वर्ष के रूप में मनाया गया, जिसमे सम्पूर्ण राज्य ने भाग लिया। वर्ष 2022 में उत्तराखंड सरकार के द्वारा गढ़ भोज को मिड डे मील योजना में शामिल किया गया। गढ़ भोज दिवस मनाने की परंपरा 7 अक्टूबर 2022 से की गई। गढ़ भोज दिवस की कल्पना के पीछे मात्र एक उत्सव का विचार नहीं है बल्कि वर्ष में कम से कम एक दिन उत्तराखंड के औषधीय गुणों से भरपूर फसलों से बनने वाले भोजन को मुख्यधारा से जोड़ने पर चर्चा करना व उन लोगो के प्रति कृतज्ञता प्रेषित कर सके जिन्होंने विरासत में हमे यह फसलें व भोजन दिए। राज्य में स्कूल,कालेज,स्वास्थ्य विभाग के साथ विदेशों में रहने वाले भारतीय प्रवासी अमेरिका,जर्मनी न्यूजीलैंड,नीदरलैंड सहित भारत के गुजरात,उत्तरप्रदेश,दिल्ली में भी गढ़ भोज दिवस मनाया जायेगा। स्कूल,कालेजों,मेडिकल कालेजों व अस्पतालों में सेमिनार,निबंध प्रतियोगिता,भाषण प्रतियोगिता,स्वाद प्रतियोगिता एवं गढ़भोज बनेगा। देहरादून में राजकीय बालिका इंटर कॉलेज राजपुर रोड़ में मुख्य कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। जिसमे पर्वतीय विकास शोध केंद्र,हिमालय पर्यावरण जड़ी बूटी एग्रो संस्थान जाड़ी एवं उच्च शिक्षा विभाग द्वारा नोडल अधिकारी नियुक्त किए गए प्रो यतीश वशिष्ठ के द्वारा सहयोग किया जा रहा है। देहरादून की आयोजन समिति में डॉ.अरविंद दरमोडा,प्रो.यतीश वशिष्ठ,प्रेम लता बोड़ाई,प्रो.किरन डंगवाल विभागाध्यक्ष समाज शास्त्र एवं समाज कार्य विभाग एचएनबी गढ़वाल विश्वविद्यालय श्रीनगर गढ़वाल,डॉ.किरन बाला हेड समाज शास्त्र विभाग हेमवती नन्दन बहुगुणा केंद्रीय गढ़वाल विश्व विद्यालय पोड़ी परिसर,का विशेष सहयोग है। डॉ.अरविंद दरमोडा गढ़ भोज अभियान।