मसूरी में अधिशासी अधिकारी ने एमआरएफ सेंटर और वायोमिथेन प्लांट का किया निरीक्षण
मसूरी में अधिशासी अधिकारी ने एमआरएफ सेंटर और वायोमिथेन प्लांट का किया निरीक्षण
कूडे का अंबार देखकर जताई नराजगी, ठेकेदार को किया तलब
सबसे तेज प्रधान टाइम्स
सुनील सोनकर
मसूरी। मसूरी नगर पालिका द्वारा एक करोड़ की लागत से एमआरएफ (मटेरियल रिकवरी फैसिलिटी प्लांट) और बायोमिथेन प्लांट का निर्माण कराया गया जिसमें गीले और सूखे कूड़े का निस्तारण किया जाना है परंतु पिछले कई दिनों से बायोमिथेन प्लांट पूरी तरीके से ठप पडा हुआ है जिस कारणएमआरएफ सेंटर के निचले वाले हिस्से में गीले कूडे ाि अंबार लग गया है जिससे क्षेत्र में गंदगी और बदबू से बुरा हाल है वहीं क्षेत्र में बीमारी फैलने का भी अंदेशा हो गया है। बता कि एमआरएफ सेंटर के पास आईडीएच विल्ंिडग में करीब 40 परिवार निवास करते है जिनका अपने घरो में रहना मुषकिल हो गया। अधिशासी अधिकारी तनवीर सिंह द्वारा नगर पालिका के अधिकारियों के साथ एमआरएफ सेंटर और बायोमेथेन प्लांट का निरीक्षण किया गया वहीं बायो मिथेल प्लांट के बंद होने के कारण क्षेत्र में गीले कूड़े के ढेर और गंदगी को देखर कर नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने कहा कि बायो मिथेन प्लांट में कुछ तकनीकी दिक्कत आने के कारण प्लांट का संचालन नहीं हो पा रहा है जिसको लेकर उनके द्वारा ठेकेदार को तलब किया गया है। उन्होंने कहा कि ठेकेदार के साथ वार्ता कर बायोमेथेन प्लांट के संचालन में आ रही दिक्कतों के बारे में जाना जाएगा जिसका नियमानुसार निस्तारण किया जायेगा। उन्होंने कहा कि अगर एक सप्ताह के भीतर ठेकेदार द्वारा बायोमेथेन प्लांट का संचालन नहीं हो पाया तो वह ठेकेदार का टेंडर निरस्त करने की कार्रवाई करेंगे और दूसरे ठेकेदार से बायोमेथेन प्लांट का संचालन कराया जायेगा। इस मौके पर अधिशासी अधिकारी रजनीष डोबरियाल, सेनेटरी इंस्पेक्टर वीरेन्द्र बिष्ट मौजूद थे।