खर-दूषण का वध होते ही दर्शकों ने किया जयश्रीराम का जयघोष
खर-दूषण का वध होते ही दर्शकों ने किया जयश्रीराम का जयघोष
श्री राम नाट्य संस्थान भीमगोडा की रामलीला में हुआ पंचवटी लीला खर-दूषण वध का मंचन
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आकाश गोस्वामी
हरिद्वार।श्रीराम नाट्य संस्थान भीमगोड़ा की ओर से आयोजित की जा रही रामलीला मंचन के तहत पंचवटी लीला व खर-दूषन वध की लीला का मंचन किया गया। प्रभु श्रीराम के हाथों खर-दूषन का वध होते ही पांडाल जय श्रीराम के जयघोष से गूंज उठा।लीला के पहले दृश्य में पंचवटी में प्रभु श्रीराम, लक्ष्मण व माता सीता के साथ प्राकृतिक सौंदर्य को निहार रहे हैं। इतने में सुंदरी का रूप धारण कर शूर्पनखा आती है और अयोध्या के राजकुमारों को लुभाने की कोशिश करती है। प्रभु श्रीराम की ओर से अपना व माता सीता का परिचय देने के बाद शूर्पनखा सीता को खरी-खोटी सुनाने लगती है। इस पर आवेश में आकर लक्ष्मण शूर्पनखा की नाक काट देते हैं। दूसरे दृश्य में खर व दूषण शूपर्नखा का बदला लेने पंचवटी पहुंचते हैं, जिनका प्रभु श्रीराम के हाथों वध होता है। खर दूषण के वध के साथ पांडाल जय श्रीराम के उद्घोष से गूंज उठता है। इसी के साथ लीला विराम लेती है।इस दौरान राम के अभिनय में गणेश मिश्रा, लक्ष्मण के अभिनय में हरीश भट्ट, खर के अभिनय शुभम जोशी, दूषण के अभिनय में पवन अरोड़ा, सुंदरी सूर्पनखा के अभिनय में , हरिमोहन वर्मा, गौरव उपाध्याय, अजय शर्मा और त्रिशला के अभिनय में दिग्विजय चौहान ने शानदार मंचन कर वाहवाही लूटी।