बहादराबाद गंगा घाट से उगते सूर्य को अर्घ्य देकर हुआ छठ पूजा का समापन
हितेश चौहान
हरिद्वार। 8 नवंबर 2024 को आस्था के महापर्व छठ के अंतिम दिन आज छठव्रतियों ने सूर्य भगवान को अर्घ्य देकर इस महापर्व का समापन किया। बहादराबाद गंगा घाट पर विशेष तैयारियों के साथ सैकड़ो की संख्या में छठव्रती सूर्य भगवान को अर्घ्य देने के लिए पहुंचे पानी में डुबकी लगाने के बाद सूर्य भगवान को अर्घ्य दिया।
सभी ने अपने और अपने परिवार की सुख-समृद्धि की कामना की। बहादराबाद गंगा घाट पर अर्घ्य देने के लिए छठव्रतियों के लिए छठ पूजा समिति की ओर से दूध का वितरण किया गया। अर्घ्य देकर घर लौट रहे छठव्रतियों के लिए शर्बत और पानी की व्यवस्था की गई। चार दिवसीय छठ पर्व की शुरुआत नहाय- खाय से होती है. नहाय-खाय के दूसरे दिन चावल और गुड़ से बने प्रसाद को भगवान को अर्पित करने के बाद छठ व्रती उस प्रसाद को ग्रहण करती हैं।
जिसके बाद छठ व्रतियों का 36 घंटे का निर्जला व्रत शुरू हो जाता है। पर्व के तीसरे दिन तालाबों, पोखरों और नदियों में खड़े होकर छठ व्रती सूर्य भगवान को अर्घ्य देने के बाद अपने घर लौटती हैं। पर्व के अंतिम दिन छठव्रती सुबह-सुबह बहादराबाद गंगा घाट पर पहुंचती हैं और उगते हुए सूर्य भगवान को दूसरा अर्घ्य देने के बाद अपना लगभग 36 घंटे का निर्जला व्रत समाप्त करती हैं।