सौभाग्य से मिलती है मानव देह,हमें इसका सदुपयोग करना चाहिए : आचार्य विपिन सेमवाल
सुनील सोनकर
देहरादून। मसूरी में श्री सनातन धर्म मंदिर में श्री रामकथा के शुभारंभ से पूर्व मसूरी राधाकृश्ण मंदिर से पराम्परिक वाधयंत्रो के साथ श्री सनातन धर्म मंदिर तक कलशयात्रा निकाली गई। कथा वाचक आचार्य विपिन सेमवाल के नेतृत्व में मसूरी के मुख्य बजारों से माता राजराजेश्वरी की डोली के साथ कलश यात्रा निकाली गई । मसूरी नगर में प्रथम बार श्री राम कथा नवदिवसीय का भव्य आयोजन किया गया जिसमें सुप्रसिद्ध देवड़ौली मां भगवती राजराजेश्वरी का आगमन टिहरी गढ़वाल से हुआ है। कथावाचक श्री विपिन सेमवाल के द्वारा प्रथम दिवस में बताया गया कि यह मानव देह हमें बड़े सौभाग्य से मिला है और इसका हमें सदुपयोग करना चाहिए जीवन में किसी का भी हमें दिल नहीं दुखाना चाहिए। उन्होने बताया कि सनातन वैदिक धर्म को जीवित रखने के लिए हमें कथा सत्संग पूजा पाठ सदैव मन लगाकर करनी चाहिए एवं श्री राम जी से हमें मर्यादा ही सीखनी चाहिए कि उन्होंने किस प्रकार की मर्यादा को रखकर अपने राज्य का उत्थान किया। वहीं शाम को भव्य देवडोली नृत्य किया गया।
इस मौके पर अमन सेमवाल, आचार्य रोशन उनियाल, पुष्पा पुंडीर चंद्रकला सयाना, लीला कंडारी, राजेश्वरी नेगी, सहित धर्मप्रेमी मौजूद रहे।