दुख के अंधेरे में खुशियों का उजाला लाती आपरेशन स्माइल टीम एएचटीयू हरिद्वार
सबसे तेज प्रधान टाइम्स
मनीषा सूरी/ पीयूष सूरी
हरिद्वार। पुलिस महानिरीक्षक(अपराध एवं कानून व्यवस्था) उत्तराखण्ड,के आदेशानुसार प्रदेश भर में चलाए जा रहे दो महीने के ऑपरेशन स्माइल अभियान के सफल क्रियान्वयन हेतु वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रमेन्द्र डोबाल ( आई.पी.एस) , हरिद्वार के दिशा निर्देशन में/ पुलिस उपाधीक्षक नगर जूही मनराल (नोडल अधिकारी ऑपरेशन स्माइल ) के पर्यवेक्षण ममें प्रभारी निरीक्षक विजय सिंह के प्रभार में आज एक बार फिर से एक बुजुर्ग कैंसर से पीड़ित दादी के जीवन में आशाओं से भरी,खुशियों की एक नई सुबह लेकर आया जब जनपद हरिद्वार की ऑपरेशन स्माइल टीम (AHTU)द्वारा पूर्व में रेस्क्यू किए उनके इकलौते पोते ,उनके कुल के दीपक ,दलीप पुत्र महेंद्र को उसके पिता के सपुर्द किया गया।
बालक के पिता महेंद्र द्वारा बताया गया कि बालक दिलीप उनके परिवार में सबसे छोटा और इकलौता पुत्र है बालक की माता मंजू देवी का 5 वर्ष पूर्व स्वर्गवास हो चुका है एवं उससे बड़ी दोनों बहनों का विवाह हो जाने के कारण बालक दिलीप घर पर अपनी बुजुर्ग कैंसर से ग्रसित दादी के साथ रहता है जबकि बालक के पिता प्लंबर व मजदूर का कार्य करते हैं हमेशा की तरह है जब है लगभग एक महा पूर्व रात्रि में घर आए तो उनकी बुजुर्ग बीमार माताजी द्वारा उनको बताया गया कि बालक दिलीप दिन में अपने दोस्तों के साथ खेलने गया था और जो फिर वापस नहीं आया वह काफी परेशान व दुखी थे उनके द्वारा बालक दिलीप को हर संभव जगह जहां वे जा सकता था वहां तलाश किया किंतु बालक दिलीप का कहीं भी पता नहीं चल सका जिस कारण बालक दिलीप की दादी की तबियत और अधिक खराब हो गई जब AHTU हरिद्वार द्वारा बालक के विषय में उन्हें बताया गया तो बिना समय गंवाए वह तत्काल बालक को लेने हरिद्वार आए हैं।
वही बालक प्रेम पुत्र संदीप उम्र 10 वर्ष को उसकी बुजुर्ग नानी पुनिया के सपुर्द किया गया जो मूल रूप से अमेठी ,उत्तर प्रदेश की रहने वाली हैं एवं बालक प्रेम के माता-पिता के अलग हो जाने के कारण बालक का पालन पोषण स्वयं करती हैं एवं अंबाला हरियाणा में रह रही हैं उनके द्वारा बताया गया कि बालक प्रेम लगभग एक सप्ताह पूर्व से अपने रिश्ते में मामा सुनील पुत्र देवराज उम्र 14 वर्ष के साथ न जाने कहीं चला गया था जिसे उनके व सुनील के परिवार द्वारा काफी तलाश किया गया इसकी सूचना स्थानीय पुलिस को भी दी गई परंतु दोनों बालकों का कहीं भी कुछ पता नहीं चल सका हर जगह से निरसा होने के उपरांत जब ऑपरेशन स्माइल टीम (AHTU)हरिद्वार द्वारा उन्हें बालकों के विषय में जानकारी दी गई तो वह आज दोनों बालकों को साथ ले जाने सुनील की माता गीता पत्नी देवराज के साथ हरिद्वार आई हैं।
तीनों बालकों को ऑपरेशन स्माइल टीम हरिद्वार द्वारा हरिद्वार रेलवे स्टेशन से अत्यंत दयनीय अवस्था में रेस्क्यू किया गया था जो की रेल में ही विभिन्न स्थानों पर भटक रहे थे एवं यात्रियों से खाने का सामान व भिक्षा मांग कर अपना जीवन यापन कर रहे थे जब ऑपरेशन स्माइल टीम द्वारा रेलवे स्टेशन हरिद्वार पर विशेष गुमशुदा तलाश अभियान चलाया गया तो उक्त तीनों बालकों को रेस्क्यू किया गया एवं प्रभारी निरीक्षक महोदय के आदेश पर तत्काल बालकों को संरक्षण दिलवाकर तीनों बालको के परिजनों की तलाश शुरू की गई।
तीनों बालकों के परिजनों द्वारा आंखों में अंशु ,चेहरे पर सकून भरी मुस्कान लिए ऑपरेशन स्माइल टीम हरिद्वार (AHTU)द्वारा उनके परिवार की खोई खुशियों वापिस लौटने के लिए व अत्यंत मानवीय ,सहयोग पूर्ण व्यवहार के लिए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक महोदय हरिद्वार व टीम का हार्दिक आभार व्यक्त किया गया।
टीम:–
1.मुo आरक्षी राकेश कुमार
2. महिला आरक्षी सुल्ताना
3. महिला आरक्षी बबीता
4. आरक्षी मुकेश कुमार
5. आरक्षी दीपक चंद।