संस्कार हमारे जीवन का मूलभूत तत्व : प्रो. आर्यम
सुनील सोनकर
योगेश्वर सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज मसूरी का वार्षिक उत्सव
मसूरी। आर्यम इंटरनेशनल फाउंडेशन, भारत के प्रमुख एवं भगवान शंकर आश्रम मसूरी के मुख्य अधिष्ठाता प्रो. पुष्पेन्द्र कुमार आर्यम जी महाराज ने कहा कि संस्कार ही हमारे जीवन के मूल आधार हैं। जिनके संरक्षण से ही वर्तमान जीवन की सबसे बड़ी आवश्यकता चारित्रिक विकास संभव है।आर्यम बुधवार को मसूरी स्थित नागेश्वर सरस्वती विद्या मंदिर इन्टर कॉलेज के वार्षिक उत्सव में संबोधित कर रहे थे। उन्होंने उपस्थित बच्चों, अभिभावक और शिक्षक गणों को संबोधित करते हुए कहा कि हमें जीवन में संस्कार की प्रतिष्ठा करनी चाहिए। संस्कार ही इंसान को सामाजिक रूप से परिचय कराते हैं। हमें सभी तरह के व्यसनों से बचने की ज़रूरत है। अपने खान पान को शुद्ध रखने की आवश्यकता है। बच्चों को संबोधित करते हुए गुरुदेव ने कहा कि हमें फ़ास्ट फूड एवं कृत्रिम चीजों को अपने भोजन से अलग करने की आवश्यकता है, ये तन और मन दोनों के लिए हानिकारक हैं। शुद्ध खानपान से उनकी स्मृति शक्ति तेज़ होती है। जिससे विद्यार्थियों की प्रतिभा और मेधा का विकास होता है। इस अवसर पर मसूरी की उपज़िला अधिकारी सुश्री अनामिका ने भी संबोधित करते हुए कहा कि व्यावहारिक शिक्षा को सैद्धांतिक शिक्षा के साथ तालमेल बिठाकर समझने और सीखने की आवश्यकता है। उन्होनें अपने अनुभव साझा करते हुए बच्चों को समझाया कि किस तरह सचेत और अच्छी तरह से सजग रह कर हम अपने देश और समाज की सेवा कर सकते हैं। एसडीएम अनामिका ने छात्र छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि लक्ष्य हासिल करने के लिए कड़ी मेहनत की एकमात्र साधन है। उन्होंने कहाकि कर्म करते जाओ फल की इच्छा नहीं करनी चाहिए। परिश्रम करने से निश्चित ही फल मिलता है। उन्होंने कहा कि अगर जीवन में चमकना है तो सूरज की तरह जलना होगा। इसके लिए पढाई करनी होगी व एकाग्रता के साथ पढना होगा, स्कूल ज्ञान का मंदिर होता है वहां उसी भाव से जाय वहीं अपने मन में सकारात्मक भाव रखें व अपने अभिभावकों व शिक्षकों में भगवान को देंखे व उनका सम्मान करें। इससे पूर्व योगेश्वर सरस्वती विद्या मंदिर इन्टर कॉलेज के प्रबंधक मदन मोहन शर्मा, प्रधानाचार्य मनोज रियाल, उपज़िला अधिकारी सुश्री अनामिका, चंद्रप्रकाश, अशोक अग्रवाल, राकेश अग्रवाल एवं आर्यम जी महाराज की उपस्थिति में बच्चों ने उत्सव का प्रारंभ दीप प्रज्ज्वलन कर किया। सभी बच्चों ने स्वागत गीत में सरस्वती वंदना का गान किया। बच्चों ने अपनी कलात्मक, शारीरिक एवं मनासिक क्षतमा का प्रदर्शन कर सांस्कृतिक नृत्य एवं लघु नाटक प्रस्तुत कर उत्सव को यादगार बना दिया। इस मौके पर डीके जैन, मदन मोहन शर्मा, मनमोहन कर्णवाल रजत अग्रवाल, मोहन पेटवाल, अरविंद सेमवाल, जैजैवंती कर्णवाल, माधुरी शर्मा अशोक अग्रवाल, चंद्रप्रकाश गोदियाल आदि मौजूद रहे।