बाल दिवस पर 16 स्कूलों में अध्यात्म चेतना संघ ने आयोजित की गीता ज्ञान प्रतियोगिता
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शशांक सिखौला
हरिद्वार। 14 नवंबर को बाल दिवस के अवसर पर अध्यात्म चेतना संघ द्वारा ‘श्रीमद्भगवद्गीता ज्ञान प्रतियोगिता आज नगर के 13 विद्यालयों में संस्था के संस्थापक आचार्य करुणेश मिश्र के सान्निध्य में आयोजित की गई, जिसमें कक्षा 6 से 8 में अध्ययन कर रहे छ: हजार विद्यार्थियों ने हिस्सा लिया। इस सम्बन्ध में जानकारी देते हुए संस्था के वरिष्ठ उपाध्यक्ष एवम् मीडिया प्रभारी अरुण कुमार पाठक ने बताया कि संस्था ने सभी प्रतिभागी विद्यार्थियों को श्रीमद्भगवद्गीता का ऑनलाइन संस्करण तथा मॉडल प्रश्नपत्र पहले ही उपलब्ध करा दिया था, इसलिये, सभी प्रतियोगियों ने पूरी तैयारी तथा पूर्ण उत्साह से इस परीक्षा में भाग लिया।
इस प्रतियोगिता में भाग लेने वाले विद्यार्थी-दिल्ली पब्लिक स्कूल (रानीपुर), एस डी कालेज (कनखल तथा खडखड़ी), सरस्वती विद्या मंदिर (सेक्टर-एक, भेल), सरस्वती विद्या मंदिर, (मायापुर), विद्या मंदिर सेक्टर (सैक्टर-5), शिवडेल पब्लिक स्कूल (भेल), गुरु नानक एकेडमी (भेल), ज्वालापुर इण्टर कॉलेज, दीक्षा राइजिंग स्कूल (सुभाष नगर), एन्जिल्स एकेडमी स्कूल, (बहादराबाद), माँ सरस्वती पब्लिक स्कूल बहादराबाद, म्युनिस्पिल इण्टर कॉलेज ज्वालापुर आदि शिक्षण संस्थाओं से रहे। अकेले डी.पी.एस. रानीपुर से ही 1800 विद्यार्थियों ने इस परीक्षा में हिस्सा लिया।
वस्तुनिष्ठ प्रश्नों पर आधारित आयोजित हुई इस प्रतियोगिता में विद्यार्थियों ने हालाँकि अपने-अपने विद्यालयों में ही परीक्षा दी, परन्तु, सुचारु संचालन के लिये अध्यात्म चेतना संघ ने भी प्रत्येक विद्यालय में अपने प्रतिनिधि नियुक्त किये हुए थे। साथ ही संस्था के संस्थापक आचार्य करुणेश मिश्र के नेतृत्व एक सचल दस्ते ने भी परीक्षा के दौरान परीक्षा केन्द्रों का दौरा किया। आचार्य करुणेश मिश्र के बताया कि इस प्रतियोगिता का मुख्य उद्देश्य बच्चों में हिन्दु धर्म ग्रंथों तथा संस्कारों के प्रति जागरुक बना कर उन्हें संस्कारवान बनने के लिये प्रेरित करना है। प्रतियोगिता के विजेता बच्चों को प्रथम, द्वितीय, तृतीय स्थानों के अतिरिक्त प्रत्येक स्कूल के एक श्रेष्ठ प्रतिभागी को प्रोत्साहन पुरस्कार आगागी 29 दिसम्बर को शुभारम्भ प्वाइंट आर्य नगर ज्वालापुर, हरिद्वार में आयोजित किये जाने वाले विराट गीता महोत्सव के दौरान प्रदान किये जायेंगे।
प्रतियोगिता के आयोजन में आचार्य करुणेश मिश्र, जगदीश लाल पाहवा, कुँवर रोहिताश्व कुँवर, अरुण कुमार पाठक, भूपेंद्र गौड़, साधना शर्मा, अर्चना वर्मा, प्रभांश मिश्रा, बृजेश शर्मा, रश्मि धीमान, एम सी काला, योगेश शर्मा, प्रदीप सिखौला, श्रेय वशिष्ठ, हर्ष शुक्ला, शांतनु पाराशर, देव मिश्रा, कृष्णा सिखौला, अनुज सिखौला, वीर चाकलान, डा. सुगन्ध पाण्डेय, श्रीमती नीता नैय्यर निष्ठा, सुश्री शीना भटनागर आदि ने प्रमुख योगदान दिया।