उत्तराखंड संस्कृत अकादमी द्वारा आयोजित जिला स्तरीय संस्कृत छात्र प्रतियोगिताएं संपन्न
सचिन शर्मा
हरिद्वार। उत्तराखंड संस्कृत अकादमी द्वारा 16वें संस्कृत महोत्सव अन्तर्गत जनपद स्तरीय संस्कृत छात्र प्रतियोगिता उत्तराखंड संस्कृत अकादमी के प्रेक्षागृह रानीपुर झाल में वरिष्ठ वर्ग की प्रतियोगिताओं के साथ संपन्न हो गई है।
आज संपन्न हुई प्रतियोगिताओं में संस्कृत नाटक प्रतियोगिता में श्री जगद्देव सिंह संस्कृत महाविद्यालय सप्त ऋषि हरिद्वार प्रथम, श्री मारवाड़ कन्या पाठशाला इंटर कॉलेज रुड़की द्वितीय, आर्य कन्या पाठशाला इंटर कॉलेज रुड़की तृतीय, संस्कृत समूहगान प्रतियोगिता में श्री भगवान दास आदर्श संस्कृत महाविद्यालय हरिद्वार प्रथम,किसान इंटर कॉलेज लक्सर द्वितीय,आर्य कन्या पाठशाला इंटर कॉलेज रुड़की तृतीय स्थान पर रहे,संस्कृत वाद विवाद प्रतियोगिता में श्री जगद्देव सिंह संस्कृत महाविद्यालय सप्तऋषि हरिद्वार प्रथम, श्री मारवाड़ कन्या पाठशाला इंटर कॉलेज रुड़की द्वितीय,नेशनल कन्या इंटर कॉलेज खानपुर तृतीय , संस्कृत आशु भाषण प्रतियोगिता में ऋषि संस्कृत महाविद्यालय खडखडी हरिद्वार प्रथम, श्री मारवाड़ कन्या पाठशाला इंटर कॉलेज रुडकी द्वितीय , नेशनल कन्या इंटर कॉलेज खानपुर तृतीय, संस्कृत समूह नृत्य प्रतियोगिता में आर्य कन्या पाठशाला इंटर कॉलेज रुड़की प्रथम, श्री भगवान दास आदर्श संस्कृत महाविद्यालय हरिद्वार द्वितीय, श्री राम विद्या मंदिर इंटर कॉलेज श्यामपुर तृतीय,संस्कृत श्लोकोच्चारण प्रतियोगिता में श्री भगवानदास प्रथम एस एस डी पी सी रुड़की द्वितीय,ग्रीन वे मार्डन स्कूल तृतीय स्थान पर रहे।
समापन अवसर पर मुख्य अतिथि उत्तराखंड संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ दिनेश चन्द्र शास्त्री ने संस्कृत छात्रों को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि संस्कृत की प्रतियोगिताएं निश्चित रूप से छात्र के सर्वांगीण विकास के लिए बहुत महत्वपूर्ण साबित होंगी उन्होंने कहा कि संस्कृत भाषा ज्ञान से केवल व्याकरण सुद्धी मात्र नहीं होती अपितु मानव जीवन में संस्कार भी उत्पन्न होते हैं यह संस्कार मानव जीवन में पहले से ही विद्यमान रहते हैं उसका निखार संस्कृत के माध्यम से अच्छे तरीके से होता है उन्होंने सफल प्रतिभागियों को आशीर्वचन देते हुए कहा कि प्रतियोगिता में प्रथम द्वितीय तृतीय स्थान प्राप्त करना महत्वपूर्ण नहीं बल्कि प्रतियोगिता में प्रतिभाग करना महत्वपूर्ण होता है।
उत्तराखंड संस्कृत अकादमी के सचिव डॉ वाजश्रवा आर्य ने हरिद्वार जनपद के सभी 6 विकासखंडों से शामिल प्रतिभागियों का उत्साह वर्धन करते हुए कहा कि संस्कृत छात्र प्रतियोगिता हेतु अकादमी और अच्छे प्रयास के लिए कटिबद्ध है।
उत्तराखंड के प्रत्येक जनपद स्तर पर प्रतियोगिताएं संपन्न हो गई है जनपद में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले प्रतिभागी राज्य स्तरीय प्रतियोगिता 22 नवंबर को हरिद्वार के महाजन भवन में प्रतिभाग करेंगे उन्होंने संस्कृत भाषा को अपने जीवन में आत्मसात करने का आह्वान किया।
प्रतियोगिता के जनपद संयोजक डॉ नवीन चन्द्र पन्त ने अतिथियों का स्वागत करते हुए निर्णायक मंडल में शामिल वरिष्ठ आचार्यों का अभिनंदन एवं आभार व्यक्त किया उन्होंने कहा कि प्रतिभागियों को तैयार करने वाले शिक्षकों की महत्वपूर्ण भूमिका रहती है क्योंकि दल शिक्षक ही छात्रों को रंगमंच तक पहुंचाने में अपनी अथाह शक्ति का उपयोग छात्रों की प्रतिभा को निखारने में लगाते हैं ऐसे सभी शिक्षक अभिनंदन के पात्र हैं उन्होने सभी प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले दल प्रतिभागियों से आह्वान किया कि राज्य स्तर के लिए अभी से तैयार होना होगा जिससे कि हम राज्य में अपना स्थान बना सके।
वरिष्ठ वर्ग की प्रतियोगिताओं में निर्णायक के रूप में डॉ निरंजन मिश्र, डॉ हरीश चन्द्र तिवारी, डॉ प्रकाश जोशी, करुणा चौहान, डॉ सुमन भट्ट,डॉ कुलदीप गौड,डॉ श्यामलाल गौड़,डॉ प्रकाश चंद्र पंत, डॉ राधे श्याम बहुखंडी ने निर्णयक की भूमिका का निर्वहन किया।
इस अवसर पर मुख्य रूप से मोहित चौहान ,विपिन बहुगुणा, डॉ राकेश मढ़वाल, डॉ अनुज रतूडी,डॉ भारती पंत गुरुरानी, डॉ ललिता चौहान, प्रकाश चंद्र तिवारी, चंद्रप्रकाश पांडे, दिवाकर गौड़,श्रद्धा हिंदू, पुष्पांजलि अग्रवाल,उर्वशी पंवार उपस्थित रहे।