रघुनाथ कीर्ति ने फिर बजाया सफलता का डंका
सबसे तेज प्रधान टाइम्स गबर सिंह भण्डारी
देवप्रयाग/श्रीनगर गढ़वाल। केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय श्री रघुनाथ कीर्ति परिसर ने संस्कृत की विभिन्न स्पर्धाओं में एक बार फिर दबदबा बना दिया। उत्तराखंड संस्कृत अकादमी की ओर से आयोजित प्रतियोगिताओं के अंतर्गत खंड स्तर की सभी छह स्पर्धाओं में प्रथम स्थान प्राप्त करने के बाद जिला स्तरीय स्पर्धाओं में परिसर को छह में से चार प्रतियोगिताओं में प्रथम स्थान मिला है। उत्तराखंड संस्कृत अकादमी हर वर्ष खंड,जिला और राज्य स्तर पर संस्कृत की समूह नृत्य,समूहगान,आशुभाषण,श्लोकोच्चारण,वाद-विवाद और नाटक प्रतियोगिताएं आयोजित की जाती हैं। श्री रघुनाथ कीर्ति परिसर ने कोट ब्लॉक के अंतर्गत इस बार सभी छह स्पर्धाओं में प्रथम स्थान प्राप्त कर जिला स्तर में प्रवेश किया था। बृहस्पतिवार को कोटद्वार में आयोजित जिला स्तरीय स्पर्धाओं में रघुनाथ कीर्ति परिसर ने समूहगान,समूह नृत्य,नाटक और वाद-विवाद प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्राप्त किया,जबकि आशुभाषण में तृतीय स्थान प्राप्त किया। इस प्रकार परिसर अब उक्त चा प्रतियोगिताओं में राज्य स्तर पर भाग लेगा। छात्रों द्वारा प्रस्तुत 'मृच्छकटिकम्' नाटक की दर्शकों ने खूब सराहना की। इसका निर्देशन विनोद शर्मा ने किया। समूह नृत्य के लिए कुछ गढ़वाली गीतों का संस्कृत में अनुवाद किया गया था। इसका निर्देशन शोध छात्रा उर्मिला ने किया था। स्पर्धाओं में कुशाग्र अत्री,गिरीश चंद्र भट्ट,जिया,दीपांक्षा,शिवानी,आरती,मयंक,दिगंबर,अक्षत डंगवाल,योगेश सेमवाल,अर्चना नौडियाल,पायल रावत आदि ने प्रतिभाग किया। छात्रों के मार्गदर्शक के रूप में डॉ.वीरेंद्र सिंह बर्त्वाल ने प्रतिभाग किया। विजय प्राप्त कर परिसर लौटे सभी प्रतिभागियों को बधाई देते हुए परिसर निदेशक प्रो.पीवीबी सुब्रह्मण्यम ने कहा कि छात्रों ने विभिन्न आचार्यों और नृत्य तथा नाट्य निर्देशकों के मार्गदर्शन में अथक परिश्रम कर यह उपलब्धि हासिल की है।