उत्तराखंड से डॉ. सुनील दत्त थपलियाल को मिला राष्ट्रीय नवाचारी शिक्षक सम्मान
अर्जुन सिंह "पहाङी"
देहरादून। महाभारत काल से सनातन धर्म और ज्ञान के रूप में अपनी पहचान रखने वाली नगरी कुरुक्षेत्र हरियाणा मे आयोजित राष्ट्रीय नवाचारी शिक्षक सम्मान समारोह 2024 का आयोजन शिक्षा सागर फाउंडेशन गुजरात एवं हरियाणा के संयुक्त तत्वावधान मे किया गया जिसमें भारत के 22 राज्यों से 200 शिक्षा में नवाचार के लिए योगदान देने वाले शिक्षा के आचार्यों का सम्मान किया गया।
शिक्षा सागर फाउंडेशन भारत वर्ष के साथ साथ एशिया के कई देशों में शिक्षा के लिए समर्पित संस्था है जो विशेषकर किताबी ज्ञान के अतिरिक्त नवाचार कौशल के माध्यम से छात्र छात्राओं को कोशलात्मक दक्षता के विकास की प्रोत्साहन देने का काम करता है , फाउंडेशन के निदेशक शैलेश प्रजापति ने अपनी पूरी टीम के साथ इस विशेष शैक्षणिक अभियान में भारत के सभी राज्यों के शिक्षकों को जोड़ने का कार्य किया है इस अभियान के अंतर्गत अभिभावक ,शिक्षक ,बच्चों को प्रोत्साहन देने का कार्य किया जा रहा है।
इस सम्मान के लिए हर वर्ष शिक्षकों का चयन किया जाता है। उत्तराखंड देहरादून से डॉ सुनील दत्त थपलियाल को बेहतरीन कोशलात्मक शोध,सुझाव और व्याख्यानमाला मे दक्षता के लिए यह सम्मान दिया गया है,जिसमें प्रशस्ति पत्र के साथ स्मृति चिन्ह भेंट किया गया है ।
डा सुनील दत्त थपलियाल ने कहा कि आज प्रारंभिक शिक्षा और माध्यमिक शिक्षा में सरकार काफी सारे प्रयोग तो कर रही है लेकिन इसका वास्तविक मूल पर प्रभाव नहीं दिखाई दे रहा है।इसके लिए प्रारंभिक शिक्षा में ज्ञानात्मक गुणवत्ता की आवश्यकता है।
अपने विद्यालय श्री भरत मंदिर इंटर कॉलेज के प्रबंधतंत्र प्रधानाचार्य एवं विद्यालय के शिक्षक शिक्षिकाओं को इस सम्मान का श्रेय देते हैं जिनकी प्रेरणा और सहयोग से यह प्राप्त हुआ है। शिक्षा का अर्थ शिक्षार्थी रूपी पौधे का मूल सींचना विषय पर व्याख्यान माला में प्रथम स्थान पर उत्तराखंड को गौरवान्वित किया है।