श्रीनगर मेडिकल कालेज के बेस अस्पताल में डायलिसिस आरओ के साथ अब सभी मशीनें नई लगेंगी
सबसे तेज प्रधान टाइम्स गबर सिंह भण्डारी
श्रीनगर गढ़वाल। राजकीय मेडिकल कॉलेज के बेस चिकित्सालय में डायलिसिस यूनिट की मशीनों में आरओ प्लांट से लेकर मशीनों के उपकरण बदलने के बाद भी लगातार आ रही दिक्कतों को देखते हुए अब चिकित्सा स्वास्थ्य एंव चिकित्सा शिक्षा मन्त्री डॉ.धन सिंह रावत के निर्देशानुसार सभी नई मशीनें लगाई जायेगी। अस्पताल में अब पूरा नया सेटअप लगाया जायेगा। डायलिसिस मशीनों को तीन बार ठीक कर मरीजों को डायलिसिस कराने के बाद भी तीनों बार डायलिसिस शुरु करने का एक-डेढ घंटे उपरांत ही मरीजों में दिक्कतें आयी। जिसको देखते हुए अब नयी मशीनें लगायी जायेगी। विदित है कि बेस चिकित्सालय में वर्ष 2018 से डायलिसिस की सुविधा शुरु की गई। जिसमें जिला चमोली,रूद्रप्रयाग,पौड़ी व टिहरी से हर दिन 10-20 मरीज डायलिसिस के लिए आते रहे है। यहीं नहीं मरीजों की संख्या को देखते हुए अस्पताल प्रशासन ने दो शिफ्टों के अलावा इमरजेंसी केस में रात्रि में भी डायलिसिस की सुविधा गढ़वाल क्षेत्र के डायलसिस वाले मरीजों को दी। अस्पताल प्रशासन द्वारा डायलिसिस की सुविधा अन्य जनपदों से बेहतर दी जा रही थी,किंतु अचानक मशीनों में आयी खराबी के कारण डायलिसिस यूनिट के संचालन में दिक्कतें आने लगी। मरीजों एवं जन दबाव के बाद अस्पताल प्रशासन लगातार मशीनों से लेकर आरो प्लांट की खराबी में जुटा रहा। मशीनों से संबंधी कंपनी के इंजीनियरों एवं आरो प्लांट की कंपनी के लोगों को बुलाकर मशीनों में आयी खराबी का चेक करने के उपरांत ठीक किया गया। तदोपरांत आरो प्लांट से लेकर डायलिसिस मशीन के ए व बी पार्ट के सैंपल जांच के लिए तीन से चार बार दिल्ली लैब भेजे गये। दिल्ली से सैंपल की जांच रिपोर्ट आने में 8-10 दिन लगते है। जिसमें रिपोर्ट सही आने पर तीन बार डायलिसिस शुरु की गई, इसके बाद भी मरीजों में दिक्कतें आती रही। डायलिसिस मशीनों में आ रही दिक्कतों को देखते हुए अब कॉलेज प्रशासन ने सभी नयी मशीनें मंगाने का निर्णय लिया है। मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने बताया कि अब मन्त्री के सख्त निर्देश मिलने पर नई मशीनें मंगाई जायेगी। जिसके लिए टेन्डर की कार्रवाई शुरू की जायेगी। पुराने सेटअप को हटा दिया जायेगा। नये सेटअप लगने के बाद ही डायलिसिस की सुविधा सुचारू रूप से शुरु की जा सकेगी।