मसूरी में सीलिंग के बावजूद काटे जा रहे पहाड़
सुनील सोनकर
देहरादून। पहाड़ों की रानी मसूरी अपनी सुंदरता हरियाली और वातावरण के लिए पूरे विश्व में मशहूर है परंतु इन दोनों पहाड़ों की रानी मसूरी के भू-माफियाओं के द्वारा छलनी करने का काम किया जा रहा है और इसमें संबंधित विभाग के अधिकारियों की सम्म्मलिप्ता साफ तौर पर देखी जा रही है। बता दे की मसूरी माल रोड गढ़वाल टैरेस के सामने की पहाडी को एक भूमाफिया द्वारा रात के अंधेरे पर काटा जा रहा है जबकि इस निर्माण पर पूर्व में ही मसूरी देहरादून विकास प्राधिकरण द्वारा सील कर दिया गया है परंतु भूमाफिया के हौसले इतने बुलंद है कि उसके लिए नियम कानून कुछ भी नहीं है वहीं अधिकारियों के संलिप्ता भी साफ नजर आ रही है। जिसको लेकर मसूरी के पर्यावरणविद्वों में भारी आक्रोश है उनका कहना है कि मसूरी देहरादून विकास प्राधिकरण के अधिकारियों की संलिप्ता के कारण आज मसूरी में धड़ल्ले से बड़े पैमाने पर निर्माण किया जा रहा है पहाड़ियों को काटा जा रहा है वहीं कई नक्शे हेरा फेरी से पास कर दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि पूरे मामले की बड़े उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए वही जो अधिकारी इस पूरे मामले में शामिल है उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जानी चाहिए उन्होंने कहा कि अगर जल्द सरकार द्वारा मसूरी में हो रहे बड़े पैमाने पर निर्माण पर रोक नहीं लगाई गई तो एक दिन मसूरी पहाड़ों की रानी नहीं कंक्रीट की रानी कहीं जाएगी। मसूरी के पर्यावरण विद् ललित मोहन काला ने कहा कि मसूरी देहरादून विकास प्राधिकरण, मसूरी नगर पालिका परिषद और वन विभाग के अधिकारियों की सम्मिलकाता से आज मसूरी में बड़े पैमाने पर निर्माण हो रहा है इन तीनों विभाग में आपस में सामंजस्य बनाकर नक्शे पास करने का ठेका ले रखा है जिस कारण वह माफिया बड़ी आसानी से खड़ी पहाड़ियों पर नक्शे पास करवा दे रहा है। उन्होंने कहा कि अगर जल्द सरकार ने मसूरी में निर्माण पर राके लगाने के साथ भ्रष्टाचार में लिफ्ट अधिकारियों और भू माफियाओं पर शिंकजा नहीं कसा तो मसूरी अपने अस्तित्व को खो देगा जिसका खामियाजा आने वाली पीढीयों के साथ मसूरी के र्प्यटन व्यवसाय को उठाना पड़ेगा। इस संबध में कई बार एमडीडीए के अधिकारियों से वार्ता करने की कोषिष की गई परन्तु अधिकारियों ने कोई रिस्पांस नही दिया।