केंद्रीय विद्यालय रायवाला की छात्रा ने जापान में आयोजित विज्ञान छात्र विनिमय कार्यक्रम में शामिल होकर बढ़ाया उत्तराखंड का मान
सचिन शर्मा
रायवाला। पीएम श्री केंद्रीय विद्यालय रायवाला की छात्रा ने जापान में आयोजित साकुरा साइंस छात्र विनिमय कार्यक्रम में भाग लेकर उत्तराखंड का गौरव बढ़ाया।
टोक्यो, जापान में आयोजित कार्यक्रम में केंद्रीय विद्यालय संगठन के नौ छात्रों ने साकुरा साइंस छात्र विनिमय कार्यक्रम में भाग लिया जिसमें उत्तराखंड से केन्द्रीय विद्यालय रायवाला की छात्रा सान्वी कुॅंवर ने भाग लिया। इस कार्यक्रम में देश के कुल 47 छात्रों ने हिस्सा लिया, जिसमें छात्रों के साथ चार शिक्षक भी शामिल थे।
आज विद्यालय पहुंचने पर केंद्रीय विद्यालय रायवाला की प्राचार्य रीता इंद्रजीत सिंह सभी शिक्षक साथी और सभी बच्चों ने बालिका का जोरदार स्वागत और अभिनंदन किया। विद्यालय पहुंचने पर बालिका ने अपने अनुभव सभी बच्चों और शिक्षकों को बताएं
कार्यक्रम के दौरान छात्रों ने जापान के प्रमुख शैक्षिक संस्थानों और विश्वविद्यालयों का दौरा किया, जिनमें काज़ुसा डीएनए रिसर्च इंस्टीट्यूट, सैतामा विश्वविद्यालय और टोक्यो विश्वविद्यालय शामिल हैं। इन संस्थानों में जाकर छात्रों को जैव प्रौद्योगिकी और आनुवंशिकी जैसे क्षेत्रों में चल रहे अत्याधुनिक शोध को देखने और समझने का मौका मिला, जिससे उनके विज्ञान और प्रौद्योगिकी के प्रति रुचि और भी बढ़ी।
इसके अलावा, छात्रों ने सैतामा के कोशीगायाकिता हाई स्कूल के छात्रों से मिलकर संवाद किया। इस मुलाकात में उन्होंने खेल खेले, साथ में लंच किया और जापानी छात्रों के साथ अपनी अनुभवों को साझा किया, जिससे अंतरराष्ट्रीय मित्रता का निर्माण हुआ और जापान के छात्रों के जीवन के बारे में समझ मिली।
कार्यक्रम के दौरान छात्रों को जापान की सांस्कृतिक धरोहर को जानने का भी मौका मिला। उन्होंने आसाकुसा मंदिर और यासुकुनी श्राइन का दौरा किया, जहां उन्होंने जापान के इतिहास और परंपराओं के बारे में जाना। इसके अलावा, छात्रों ने मिंट म्यूज़ियम और मीराइकान म्यूज़ियम ऑफ इनोवेशन एंड साइंस का भी दौरा किया, जो जापान के वैज्ञानिक योगदानों को समझने का एक बेहतरीन अवसर था।
कार्यक्रम का एक प्रमुख आकर्षण भारतीय दूतावास में भारतीय राजदूत से मुलाकात थी, जहां छात्रों ने जापान में पढ़ाई कर रहे भारतीय छात्रों से भी बातचीत की। इस मुलाकात से छात्रों को भारत और जापान के बीच शैक्षिक संबंधों और सहयोग के बारे में जानकारी मिली, और साथ ही वे विदेशों में पढ़ाई कर रहे भारतीय छात्रों के अनुभवों से भी अवगत हुए।
कार्यक्रम के बारे में अपने विचार रखते हुए मैं कहना चाहूंगी , "साकुरा साइंस कार्यक्रम मेरे लिए जीवन का एक अद्भुत अनुभव था। इसने मुझे विज्ञान और प्रौद्योगिकी के प्रति गहरी जिज्ञासा उत्पन्न की और मुझे जीवन को एक नए दृष्टिकोण से देखने का अवसर दिया।"
साकुरा साइंस कार्यक्रम, जापान साइंस एंड टेक्नोलॉजी एजेंसी (JST) और जापान सरकार के सहयोग से आयोजित किया जाता है, और इसका उद्देश्य युवा छात्रों को वैश्विक अनुभव प्रदान कर विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में अगली पीढ़ी के नेताओं को प्रेरित करना है। KVS छात्रों के लिए यह एक परिवर्तनकारी यात्रा रही, जो उनके शैक्षिक और व्यक्तिगत जीवन पर हमेशा प्रभाव डालेगी।