श्री देव सुमन उत्तराखंड विश्वविद्यालय के पांचवें दीक्षांत समारोह का राज्यपाल ने किया शुभारंभ
मनन ढिंगरा
ऋषिकेश, 19 नवंबर ।श्री देव सुमन उत्तराखण्ड विश्वविद्यालय का पंचम दीक्षान्त समारोह मंगलवार को विश्वविद्यालय परिसर पण्डित ललित मोहन शर्मा परिसर, ऋषिकेश में आयोजित किया गया।
दीक्षांत समारोह में राज्यपाल, उत्तराखण्ड और विश्वविद्यालय के कुलाधिपति ले जरनल गुरमीत सिंह (से नि) मुख्य अतिथि, दीक्षान्त समारोह के अतिविशिष्ट अतिथि प्रदेश के उच्च शिक्षा मन्त्री उत्तराखण्ड सरकार डॉ० धन सिंह रावत एवं वित्त मन्त्री उत्तराखण्ड सरकार प्रेमचन्द अग्रवाल ने दीक्षान्त समारोह में विशिष्ट अतिथि के रूप में प्रतिभाग किया।
इस दीक्षांत समारोह में शैक्षणिक सत्र 2022-23 के पारम्परिक एवं व्यावसायिक पाठ्यक्रमों के स्नातक एवं परास्नातक कक्षाओं के कुल 21230 विद्यार्थियों को उपाधि प्रदान की गई। जिसमें स्नातक स्तर पर कुल 17827 छात्र-छात्रायें तथा स्नातकोत्तर स्तर पर 3403 छात्र-छात्रायें शामिल हैं। तथा स्नातक एवं परास्नातक कक्षाओं में उच्चतम अंक पाने वाले 81 विद्यार्थियों को स्वर्णपदक प्रदान किये गए। जिसमें 18 छात्र एवं 63 छात्रायें शामिल हैं। साथ ही स्नातक स्तर पर कला, विज्ञान एवं वाणिज्य तीनों संकायों में से सर्वाधिक अंक प्राप्त करने वाले विद्यार्थी को 'श्रीदेव सुमन गोल्ड मेडल' से अलंकृत किया गया। परास्नातक स्तर पर तीन विषयों में सर्वोच्च अंक प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को 'कैप्टेन शूरवीर सिंह पंवार पदक से एवं स्नातक स्तर पर वाणिज्य संकाय में सर्वोच्च अंक प्राप्तकर्ता को 'स्व० श्री नन्दराम पुरोहित स्वर्ण पदक' से अलंकृत किया गया ।
मुख्य वक्ता के रूप में कुलाधिपति राज्यपाल पूर्व ले ज गुरमीत सिंह ने उपस्थिति को संबोधित करते हुए कहा कि जो बच्चे अपने हैड आफ द डिपार्टमेंट को माता-पिता से ऊपर मानते हैं वह धन्यवाद के पात्र हैं, उन्होंने कहा कि मैं आपको पांच मंत्र दे रहा हूं ,जिसमें बड़े बनने का सपना देखना चाहिए, आप सपना नहीं देखते हैं तो आपकी उर्जा जाग नहीं पाएगी, अपने अंदर सेल्फ कंट्रोल होना चाहिए, आपके अंदर अनुशासन होना चाहिए, जीवन में लग्न होनी चाहिए, अपने अंदर कुछ भी करने के लिए विश्वास होना चाहिए। उन्होंने कहा कि हमें भारत को विश्व गुरु बनाने के लिए गति शक्ति को आगे बढ़ना होगा, जिसके लिए वेद वेदांत की शिक्षा देनी होगी,तभी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का विकसित भारत बनाने का सपना पूरा होगा ।
उच्च शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत ने कहा कि हमने शैक्षिक कैलेंडर जारी किया है, जिसके अंतर्गत एक प्रदेश एक शिक्षा के साथ कुछ बदलाव करे तो मेरा विरोध किया गया, परन्तु न्यायालय ने मेरे निर्णय पर सहमति जताई,जिसके लिए मैं न्यायालय का भी आभार व्यक्त करता हूं,अब हम ग्रीन विद्यालय की ओर कदम बढ़ा रहे हैं। प्रधानमंत्री की इच्छा अनुसार उच्च शिक्षा की ओर बढ़ रहे हैं, अब सरकार ने फैसला किया है कि प्रत्येक विश्वविद्यालय एक प्राइमरी स्कूल और पांच गांव को गोद लेंगे, जिससे हमारे बच्चे लोकल से वोकल की ओर बढ़ सकें। हम कालेज को नशा मुक्त , तम्बाकू मुक्त किए जाने के साथ, सभी विधालय में वृक्षा रोपण भी करेंगे।
इस अवसर पर कुलपति एन के
जोशी ने बताया कि विगत वर्ष में श्री देव सुमन उत्तराखण्ड विश्वविद्यालय ने कई उपलब्धियां हासिल की है ,जिसमें टिहरी में पांच गांव भी गोद लिए गए हैं। उन्होंने बताया कि वर्तमान में विश्वविद्यालय मुख्यालय में विभिन्न निर्माण-कार्य प्रगति पर हैं। इनमें शैक्षणिक एवं प्रशासनिक खण्ड का निर्माण, लैक्चर-रूम, फैकल्टी रूम, रिकॉर्ड रूम का निर्माण, रिशेप्सन एवं कैन्टीन खण्ड, सूचना-डेस्क निर्माण, ट्रजिट होस्टल का निर्माण तथा कुलपति, कुलसचिव, परीक्षा-नियंत्रक एवं मुख्य वित्त अधिकारी हेतु आवासीय भवनों का निर्माण कार्य प्रगति पर है। मुख्यालय के मुख्य प्रवेश-द्वार, पार्किंग विद रूम का निर्माण कार्य, प्री-फेब्रिकेटेड हॉल का निर्माण कार्य तथा एक प्री-फेब्रिकेटेड कक्ष का निर्माण कार्य पूर्ण कर लिया गया है। विश्वविद्यालय परिसर ऋषिकेश में सम्पूर्ण परिसर के नवीनीकरण का कार्य, परीक्षा हॉल, विज्ञान खण्ड, अतिथिगृह आदि का निर्माण प्रगति पर है। ऋषिकेश परिसर के सभागार के नवीनीकरण का कार्य एवं ए०आई० लैब का निर्माण कार्य पूर्ण हो चुका है।
उन्होंने कहा कि श्रीदेव सुमन उत्तराखण्ड विश्वविद्यालय बादशाहीथौल, टिहरी गढ़वाल मुख्यालय में सत्र 2023-24 से बी०सी०ए० पाठ्यक्रम संचालित किया जा रहा है, जबकि परिसर ऋषिकेश में बी०बी०ए०, बी०सी०ए० एवं एम०एस०सी० माइकोबायोलॉजी जैसे रोजगारपरक पाट्यक्रमों का संचालन हो रहा है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अन्तर्गत गुणवत्तापरक शिक्षा पर विश्वविद्यालय ने फोकस किया है। गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के तहत नए-नए शोध-कार्य पर फोकस किया जा रहा है, परिणामस्वरूप एक साल में हमारे फैकल्टी के सदस्यों द्वारा 196 रिसर्च पेपर्स का प्रकाशन अंतराष्ट्रीय स्तर के जर्नल्स में हुआ है; 10 पुस्तकों और 29 पुस्तकों में विभिन्न अध्यायों का प्रकाशन किया गया है। विगत सत्र में 32 सम्मेलन/सेमिनार और फैकल्टी डेवलेपमेंट प्रोग्राम आयोजित किये गये हैं। 145 फैकल्टी मेम्बर्स ने विभिन्न कॉन्फ्रेंस और सेमिनार में प्रतिभाग किया है। तीनों संकायों (कला. विश्वविद्यालय द्वारा ऋषिकेश परिसर में उत्तराखण्ड सरकार के सौजन्य से देवभूमि उद्यमिता केन्द्र की स्थापना की गयी है। इसके तहत 20 बूट कैम्प के आयोजन करने की योजना है,. इनमें 06 अब तक आयोजित हो चुके हैं। इसके साथ-साथ हमारे विद्यार्थी एन० एस० एस०, एन० सी० सी०, रोवर-रेंजर एवं नमामि गंगे प्रकोष्ठ द्वारा आयोजित कार्यक्रमों में नियमित प्रतिभाग और राष्ट्रीय स्तर पर ख्याति अर्जित करते रहे हैं। क्रीड़ा के क्षेत्र में भी विश्वविद्यालय के खिलाड़ियों का प्रदर्शन लगातार बेहतर रहा है।
उन्होंने बताया कि राज्यपाल, उत्तराखण्ड और विश्वविद्यालय के कुलाधिपति के निर्देशानुसार एवं उनके मार्गदर्शन में प्रोजेक्ट यूपीएससी द्वारा उत्तराखंड के राजकीय विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालय के विद्यार्थियों के लिए संघ एवं राज्य लोक सेवा आयोग की परीक्षाओं हेतु निःशुल्क ऑनलाइन कक्षाओं का संचालन किया जा रहा है, जिसके प्रारंभिक चरण में श्रीदेव सुमन उत्तराखंड विश्वविद्यालय के सुपर-39 के चयनित विद्यार्थियों को इसमें शामिल किया गया है और निःशुल्क कोचिंग हेतु उन्हें प्रोजेक्ट यूपीएससी से जोड़ लिया गया है। ऑनलाइन कक्षाओं के बारे में विद्यार्थियों के अच्छे फीडबैक भी मिल रहे हैं साथ ही सुपर 39 के अलावा कोचिंग हेतु विश्वविद्यालय के अन्य इच्छुक विद्यार्थियो को भी जोड़ने का प्रयास किया जा रहा है।
जोशी का कहना था कि वाणिज्य और विज्ञान) द्वारा अपनी शोध-पत्रिकाओं जर्नल्स का प्रकाशन किया जा रहा है। फैकल्टी के दो सदस्यों को मुख्यमंत्री शोध परियोजना के तहत रिसर्च-फंड उपलब्ध कराया गया है। साथ ही विगत वर्ष में कुल 24 पेटेंट फाईल किये गये, जिसमें से 20 पेटेंट प्रकाशित हो चुके हैं एवं 04 पेटेंट भारत सरकार के पेटेंट विभाग द्वारा मंजूर गारंटीड किये जा चुके हैं। जो कि अभूतपूर्व उपलब्धि है। विश्वविद्यालय द्वारा वर्तमान में 12 बड़े सम्मेलनों और संगोष्ठियों के अतिरिक्त अनेक कार्यशालाएं एवं व्याख्यानमालाएं संपादित कराई गयी हैं। विश्वविद्यालय में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं के हितों के लिए श्रीदेव सुमन उत्तराखण्ड विश्वविद्यालय द्वारा विभिन्न विश्वविद्यालयों एवं संस्थानों के साथ 15 से अधिक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किये गये हैं। सत्र 2024-25 में ऋषिकेश परिसर एवं 13 स्नातकोत्तर महाविद्यालय में पी एच० डी० कार्यक्रम की शुरूआत की गयी, जो कि उत्तराखण्ड में किसी भी विश्वविद्यालय के सर्वाधिक रिसर्च सेन्टरस् हैं। एक परीक्षा, एक परिणाम के फॉर्मूले के तहत विश्वविद्यालय द्वारा समय पर परीक्षाओं का सफल आयोजन एवं परीक्षा परिणाम घोषित किये जा रहे हैं। सत्र को नियमित कर दिया गया है। परीक्षा परिणामों के सभी बैकलॉग समाप्त कर रुके हुए सारे परीक्षा-परिणाम घोषित कर दिए गए हैं। विश्वविद्यालय के ऋषिकेश परिसर में उत्कृष्टता केन्द्रों की स्थापना की गयी है, जिनमें भारतीय ज्ञान परम्परा उत्कृष्टता केन्द्र तथा अनुसंधान एवं विकास उत्कृष्टता केन्द्र के अतिरिक्त आपदा प्रबंधन केन्द्र, फैकल्टी डेवलपमेंट सेंटर, इनोवेशन / इनक्यूवेशन सेंटर तथा स्टार्ट-अप सेंटर शामिल हैं। इन केन्द्रों में विभिन्न शोध परियोजनाओं पर काम किया जा रहा है। सम्मेलनों, फैकल्टी डेवलपमेंट के प्रोग्राम, विशिष्ट लेक्चर्स आयोजित किये जा रहे।
इस अवसर पर उत्तराखंड महिला आयोग की प्रदेश अध्यक्ष कुसुम कंडवाल, नगर निगम की पूर्व महापौर अनिता ममगांई, देवेन्द्र भसीन,दिनेश चंदोला, निदेशक प्रोफेसर एस रावत, डॉक्टर अशोक कुमार मंदोला, प्रोफेसर के ढींगरा भी उपस्थित थे।