गोरिल्ला संगठन ने उत्तरकाशी में की आपातकालीन बैठक
अर्जुन सिंह "पहाङी"
उत्तरकाशी। एस एस बी प्रशिक्षित गुरिल्ला संगठन की एक आपातकालीन मीटिंग उत्तरकाशी जिले में संपन्न हुई। प्रदेश मीडिया प्रभारी अनिल प्रसाद भट्ट ने कहा है कि अगर सरकार तुरंत गुरिल्लाओं का काम नहीं करती है तो समस्त उत्तराखंड के गुरिल्ला अपने-अपने जिलों और ब्लॉकों में तहसीलों में मीटिंग के माध्यम से भारत सरकार के प्रधानमंत्री और गृहमंत्री और अपने-अपने सांसदों को और विधायकों को ज्ञापन के माध्यम से सूचित करें। उत्तरकाशी जिले में जो मीटिंग हुई उसमे प्रदेश के महासचिव एवं जिला अध्यक्ष उत्तरकाशी महावीर सिंह रावत जी की अध्यक्षता में ज्ञापन दिया और सरकार 18 सालों से एस एस बी गोरिल्लाओ का काम नहीं कर रही है, जबकि मणिपुर की सरकार ने एस एस बी प्रशिक्षित गुरिल्लाओ को नौकरी और पेंशन दे दी है। नैनीताल हाई कोर्ट भी गुरिल्लाओ के पक्ष में फैसला दे चुकी है और कई बार देहरादून में आंदोलन हुए। जैसे 9 अगस्त 2023 को मुख्यमंत्री आवास का घेराव किया गया। तत्पश्चात सीटी मजिस्ट्रेट द्वारा श्रीमती राधा रतूड़ी मुख्य सचिव के साथ प्रदेश पदाधिकारीयों के साथ बैठकें हुई। 20 दिसंबर 2023 को माननीय मुख्यमंत्री जी की अध्यक्षता में विभिन्न विभागों के सचिव व एस एस बी प्रशिक्षित गुरिल्लाओ के साथ वर्चुअल के माध्यम से बैठक हुई लेकिन 11 माह बीत जाने के बात भी अभी तक कुछ करवाई नहीं हुई और 2 सितंबर 2024 को जब मुख्यमंत्री आवास घेराव कूच किया गया तो गृह सचिव उत्तराखंड सरकार रिद्धिमा अग्रवाल ने गुरिल्ला संगठन के पदाधिकारीयों को वार्ता के लिए बुलाया गृह सचिव ने 48 घंटे का समय दिया था कि जहां-जहां गुरिल्ला की फाइल रुकी है 48 घंटे में उसमें कारवाई की जाएगी लेकिन तीन माह बीत जाने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हुई यदि 15 दिसंबर तक हमारी तीन सूत्री मांगे पूरी नहीं की गई तो 17 दिसंबर को समस्त उत्तराखंड के गुरिल्ला देहरादून कूच करेंगे व 18 दिसंबर को मुख्यमंत्री आवास के लिए कूच करेंगे और सरकार द्वारा जहां पर भी रोका गया तो वहीं पर अनिश्चितकालीन धरना और प्रदेश महासचिव महावीर सिंह रावत व जिला अध्यक्ष उत्तरकाशी और जिला महासचिव भूपेंद्र सिंह रावत ने सरकार को चेतावनी दी है कि अगर सरकार तुरंत मांगू पर कार्रवाई नहीं करती है तो गुरिल्ले आत्मदाह के लिए भी तैयार हैं। इस मीटिंग में सरिता पोखरियाल ब्लॉक अध्यक्ष डुंडा, वपन लाल, हरवीर राणा, रजनी भट्ट, यस मिला राणा, अनीता पवार, शैलेंद्र राणा ब्लॉक सचिव भटवाड़ी, उर्मिला, भूपेंद्र सिंह रावत जिला सचिव, आदि सैकड़ों गुरिल्ले थे। सरकार को अन्तिम चेतावनी है।