नूतन छात्र अभिनंदन 2025 चिकित्सा सेवा और राष्ट्रनिर्माण के संकल्प का आयोजन
सबसे तेज प्रधान टाइम्स गबर सिंह भण्डारी श्रीनगर गढ़वाल। वीर चंद्र सिंह गढ़वाली मेडिकल कॉलेज श्रीनगर में नेशनल मेडिकोस ऑर्गेनाइज़ेशन (NMO) इकाई द्वारा नूतन छात्र अभिनंदन 2025 का भव्य आयोजन दिनांक 22 फरवरी 2025 को संपन्न हुआ। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य नए छात्रों को चिकित्सा सेवा के आदर्शों से परिचित कराना एवं उनमें सामाजिक उत्तरदायित्व की भावना विकसित करना था। यह आयोजन प्राचार्य डॉ.सी.एम.एस.रावत एवं चिकित्सा अधीक्षक डॉ.अजय विक्रम सिंह के मार्गदर्शन में संपन्न हुआ,जिसका समन्वय डॉ.अमन भारद्वाज द्वारा किया गया। कार्यक्रम में डॉ.कैलाश काला,डॉ.राजेंद्र शर्मा,डॉ.सुरेंद्र सिंह नेगी,डॉ.हरप्रीत सिंह,डॉ.कृतिका भारद्वाज,डॉ.आशुतोष मिश्रा एवं एमबीबीएस विद्यार्थियों ने सक्रिय सहयोग दिया। कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन एवं सरस्वती वंदना से हुई,जिसके पश्चात डॉ.अमन भारद्वाज ने स्वागत भाषण दिया। मुख्य वक्ताओं में डॉ.राजेंद्र शर्मा ने छात्र जीवन में संस्कारों का महत्व और उसमें एनएमओ के योगदान पर व्याख्यान दिया,जबकि डॉ.सुरेंद्र सिंह नेगी ने स्वामी विवेकानंद के जीवन से विद्यार्थियों के लिए शिक्षा विषय पर प्रेरणादायक संबोधन प्रस्तुत किया। इसके पश्चात डॉ.अजय विक्रम सिंह ने सेवा को धर्म मानकर कार्य करने का उचित मार्ग विषय पर प्रेरणादायक विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम में डॉ.आशुतोष मिश्रा ने एनएमओ की गतिविधियों का परिचय प्रस्तुत किया,जबकि डॉ.अमन भारद्वाज ने एनएमओ द्वारा संचालित स्वास्थ्य सेवाएं प्रभाव और दृष्टिकोण विषय पर पीपीटी प्रस्तुति दी। इस दौरान एनएमओ इकाई द्वारा विभिन्न स्वास्थ्य शिविरों एवं सामाजिक सेवा गतिविधियों के प्रभाव को रेखांकित किया गया। कार्यक्रम में नवागंतुक छात्रों का स्वागत एवं सम्मान समारोह भी आयोजित किया गया,जिसमें उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की गई। सांस्कृतिक प्रस्तुतियों में छात्रों ने पारंपरिक लोकनृत्य,प्रेरणादायक गीत एवं देशभक्ति से ओत-प्रोत प्रस्तुतियां दीं,जिसने समारोह को और अधिक ऊर्जा से भर दिया। कार्यक्रम का समापन डॉ.अमन भारद्वाज द्वारा धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ,जिसमें उन्होंने सभी अतिथियों,आयोजकों,वक्ताओं एवं प्रतिभागियों का आभार व्यक्त किया। यह आयोजन न केवल नए छात्रों के लिए प्रेरणादायक रहा,बल्कि चिकित्सा सेवा एवं राष्ट्रनिर्माण के प्रति उनके संकल्प को और अधिक सशक्त करने में सहायक सिद्ध हुआ।