भारत के युवा पैडमैन ऋषि सरदाना का मसूरी में हुआ स्वागत
सुनील सोनकर
देहरादून। भारत के युवा पैडमैन ऋषि सरदाना संस्थापक एवं अध्यक्ष कन्यादान फाउंडेशन का मसूरी पहुचने पर फाउंडेशन की सदस्यों ने चंद्रा पंडित के नेतृत्व में स्वागत किया। ऋशि सरदाना एक व्यवसायी है जो असहाय लोगों को सहारा देने का काम कर रहे है। उन्होंने कन्यादान फाउंडेशन के तहत असहाय लड़कियों का कन्यादान किया। उन्होंने रक्त शिविर, महिला सशक्तिकरण कार्यक्रम, युवा पीढ़ी को रोजगार उपलब्ध कराना, स्वच्छता जागरूकता शिविर आदि का आयोजन किया। उनके द्वारा मैसो कन्या सैनिटरी पैड का निर्माण किया गया और गरीब महिलाओं को बहुत सस्ती कीमत पर सर्वाेत्तम सैनिटरी पैड उपलब्ध कराया जा रहा है। उन्होंने दान एकत्र करने के लिए एक अनोखा फार्मूला बनाया है।हर सैनिटरी पैड पैकेट की बिक्री से रु 1 कन्यादान फाउंडेशन में इस तरह दान करें कि जीवन भर कन्यादान कभी न रुके। ऋषि सरदाना ने मसूरी में पत्रकारों से वार्ता करते हुए कि उनका मुख्य उद्देश्य महिलाओं का उत्थान करना, उनकी शादी में आर्थिक मदद करना और उन्हें रोजगार उपलब्ध कराना है। उन्होंने कहा कि हमारे देश में 70 प्रतिशत महिलाएं सेनेटरी पैड का इस्तेमाल नहीं करती हैं। हमारा प्रयास है कि हम जितनी जागरूकता फैला सकें, उतना हमारे देश के लिए अच्छा होगा। फाउंडेशन की सदस्य चंद्रा पंडित ने कहा कि मसूरी और आसपास की करीब 300 से अधिक महिला संस्था से जुड़ी हुई है जो घर पर बैठक का संस्था के लिये कार्य कर पैसा कमाती है वही महिलाओं को मासिक धर्म और उससे होने वाली बीमारियों को लेकर जागरूक कर रही है। उन्होंने बताया कि देशभर में फाउंडेशन ने 10,000 से अधिक महिलाओं को घर बैठे रोजगार के अवसर प्रदान किए हैं। फाउंडेशन ग्रामीण क्षेत्रों में मासिक धर्म स्वच्छता जागरूकता कार्यक्रम चलाता है। उन्होने कहा कि फाउंडेशन का उद्देश्य समाज के आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग की महिलाओं की शादी में वित्तीय सहायता प्रदान करना है।