प्रवासियों द्वारा गोद लिए गए गांवों में होने वाले कार्यों का प्लान तैयार कर प्रस्तुत करें : सीडीओ
सबसे तेज प्रधान टाइम्स गबर सिंह भण्डारी
पौड़ी/श्रीनगर गढ़वाल। उत्तराखंड प्रवासियों द्वारा जनपद के पांच गांवों को गोद लिए जाने को लेकर मुख्य विकास अधिकारी ने संबंधित विभागों के अधिकारियों के साथ बैठक की। बैठक में उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि गोद लिए गांवों में जो-जो कार्य होने हैं उसकी कार्ययोजना तैयार कर दो दिन के भीतर प्रस्तुत करें। शुक्रवार को आयोजित बैठक में मुख्य विकास अधिकारी ने मुख्य शिक्षा अधिकारी को निर्देश दिये कि उत्तराखंड के प्रवासियों द्वारा गोद लिए गांवों के अंतर्गत विद्यालयों में लैब,फर्नीचर,वीसी कक्ष,कम्प्यूटर सहित जो भी अन्य कार्य किए जाने हैं उनकी पूरी प्लानिंग तैयार करें। साथ ही उन्होंने कहा कि यमकेश्वर के पंचुर गांव में आईजीएल (इंडिया ग्लाइकोल्स लि.) द्वारा बनाए गए विद्यालयों की तर्ज पर प्रवासियों द्वारा गोद लिए गांवों में भी उसी के अनुरूप कार्य किया जाए। वहीं उन्होंने सीएमओ को कहा कि स्वास्थ्य के क्षेत्र में प्रवासियों द्वारा जो कार्य किए जाने हैं उसका सर्वे करें,जिससे ग्रामीणों को गांव में ही स्वास्थ्य सुविधाएं मिल सकेगी। इसके अलावा उन्होंने संबंधित क्षेत्रों के खंड विकास अधिकारियों को निर्देश दिये कि प्रवासियों द्वारा गोद लिए गांवों में शिक्षा,स्वरोजगार,पर्यटन,स्वास्थ्य सहित अन्य क्षेत्र में किए जाने वाले कार्यों की विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत करें,जिससे शासन व उत्तराखंड प्रवासियों को उन कार्यों की जानकारी दी जा सकेगी। साथ ही उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि प्रवासियों द्वारा गोद लिए गांवों में जो लोग बाहर रह रहें हैं उनका डेटाबेस तैयार करना सुनिश्चित करें। जिलाधिकारी डॉ.आशीष चौहान द्वारा पूर्व में मुख्य विकास अधिकारी की अध्यक्षता में पांच सदस्यीय प्रवासी सेल का गठन किया गया है। उन्होंने सेल के माध्यम से संबंधित विभागों को निर्देश दिए थे कि वे गांवों का सर्वे कर आवश्यक कार्यों की डीपीआर तैयार करें। बैठक में बताया गया कि ए.के.काला द्वारा विकासखंड खिर्सू के पंडल्यूं,महेंद्र सिंह ने विकासखंड कल्जीखाल के हरकोट मल्ला और हरकोट तल्ला,मनीष जुगरान ने विकासखंड यमकेश्वर के पिलखेड़ी,अनीता शर्मा ने विकासखंड कल्जीखाल के बिलखेत व अनील बहुगुणा ने विकासखंड खिर्सू के पोखरी,बुघाणी और खिर्सू गांव को गोद लिया गया है।