पिता का वचन निभाते हुए श्री रामचंद्र वन को गए--आचार्य मधुसूदन घिल्डियाल
पिता का वचन निभाते हुए श्री रामचंद्र वन को गए--आचार्य मधुसूदन घिल्डियाल
सबसे तेज प्रधान टाइम्स गबर सिंह भण्डारी
श्रीनगर गढ़वाल। पौराणिक गणेश मंदिर में श्रीराम कथा के पांचवें दिन की कथा में व्यासपीठ पर विराजमान आचार्य मधुसूदन घिङियाल ने कहा कि कैकई ने राजा दशरथ से कहा कि आपके दिए हुए वचन निभाने का समय आज आ गया है अब अयोध्या के राजा भरत को बनाकर श्री रामचंद्र को 14 वर्ष के वनवास के लिए भेज दो और अयोध्या के राजा भरत को बना दो प्रसिद्ध कथाकार आचार्य ने ज्ञान भक्ति भाव से भक्तों को बताया कि कैकई ने 14 वर्ष का बनवास इसलिए मांगा था क्योंकि त्रेता युग में यह प्रथा थी कि जो राजा 14 वर्ष तक राजगद्दी में ना बैठ पाए उसको फिर राजगद्दी पर बैठने का हक खत्म हो जाता था। इस अवसर पर सामाजिक कार्यकर्ता राजेंद्र प्रसाद बड़थ्वाल ने कहा कि गणेश मंदिर समिति और व्यास जी का यह बहुत सही निर्णय था की गणेश मंदिर में इस समय राम कथा हो रही है क्योंकि इस समय श्रीनगर रामलीला को 125 साल पूरे हो रहे हैं और इससे पहले गणेश मंदिर में राम कथा की शुरुआत हो गई इसमें सभी बधाई के पात्र हैं। इस मौके पर रामकृष्ण पांडे,प्रभात पांडे,राजेंद्र प्रसाद बड़थ्वाल,सुरेंद्र सिंह चौहान,राजेंद्र सिंह कैंतूरा,दिनेश असवाल,गोपाल डूडेजा,नवीन कुमार,पवन बंसल,पारस बंसल,प्रदीप कुमार,उमा,अलका,पूजा,रामेश्वरी,रेखा,नीता,मधु,सिद्धि देवी बसंती,सुषमा बड़थ्वाल,पायल सजवाण,भारती आदि भक्तगण उपस्थित थे।