प्रो.इंदु पाण्डेय खंडूड़ी हैं नए प्राध्यापकों की प्रेरणास्रोत - प्रो.हरभजन चौहान
सबसे तेज प्रधान टाइम्स गबर सिंह भण्डारी
श्रीनगर गढ़वाल। हेमवंती नंदन बहुगुणा गढ़वाल विश्वविद्यालय,श्रीनगर उत्तराखंड के दर्शनशास्त्र विभाग में प्रोफेसर और विभागाध्यक्ष के रूप में कार्यरत डॉ.इंदु (पांडेय) खंडूरी अपने 34 वर्ष के कार्यकाल से सेवानिवृत्त हो गई हैं। उनके पास मालवीय मिशन शिक्षक प्रशिक्षण केंद्र,यूजीसी के निदेशक का अतिरिक्त प्रभार भी रहा। वे विश्वविद्यालय की पारदर्शिता अधिकारी और पुस्तकालय समिति की समन्वयक का कार्यभार भी संभालती रही हैं। उन्होंने विश्वविद्यालय में एनएसएस कार्यक्रम अधिकारी,सहायक डीन छात्र कल्याण और सहायक परीक्षा नियंत्रक का कार्यभार भी संभाला। उनके सेवानिवृत्ति के अवसर पर उनके सम्मान में दर्शनशास्त्र विभाग ने विदाई समारोह का आयोजन किया। इस विदाई कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रो.हरभजन चौहान,डीन,स्कूल ऑफ ह्यूमैनिटीज एंड सोशल साइंसेज ने की। प्रो.हरभजन चौहान ने कहा कि प्रो.इंदु ने स्नातक और स्नातकोत्तर बीएचयू,वाराणसी और इलाहाबाद विश्वविद्यालय से किया। उन्होंने जेएनयू,नई दिल्ली से पीएचडी की डिग्री हासिल की। नेट-जेआरएफ-यूजीसी उत्तीर्ण करने और पीएचडी हासिल करने के बाद उन्होंने 1991 में एचएनबी गढ़वाल विश्वविद्यालय में अध्यापन प्रारम्भ किया। अपने श्रेष्ठ सेवाओं के कारण वे अनेक नए प्राध्यापकों की प्रेरणास्रोत हैं। प्रो.इंदु की विदाई में सम्मिलित सुप्रीम कोर्ट के एडवोकेट तुंगेश पाण्डेय ने बताया कि प्रो.इंदु एक अच्छी अध्येता और शिक्षक रही हैं। इसी कार्यक्रम में सम्मिलित डॉ.शिप्रा त्रिपाठी ने बताया कि प्रो.इंदु ने चार शोध परियोजनाएं पूर्ण की। उनके नाम 5 पुस्तकें,अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय ख्याति के शोध पत्रिकाओं में 42 शोध पत्र और संपादित पुस्तकों में 20 शोध पत्र हैं। मनोविज्ञान विभाग की विभागाध्यक्ष प्रो.मंजू पांडे ने बताया कि प्रो.इंदु ने अकादमिक शोध प्रस्तुतियों के लिए दक्षिण कोरिया,ग्रीस और रोमानिया इत्यादि देशों का का दौरा किया है। इसके अलावा,उन्होंने दर्शन और नैतिकता के क्षेत्र में राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलनों/सेमिनारों में लगभग 50 से अधिक शोध पत्र प्रस्तुत किए हैं और उच्च शिक्षा संस्थानों द्वारा आयोजित शिक्षक प्रशिक्षण कार्यक्रमों में 100 से अधिक व्याख्यान दिए हैं। दर्शन शास्त्र विभाग में सहायक आचार्य के पद पर सेवारत डॉ.कविता भट्ट ने कार्यक्रम का संचालन करते हुए बताया कि प्रो.इंदु "एथिक्स,लॉजिक एंड फिलॉसफी" इत्यादि जैसी शोध पत्रिकाओं संपादकीय बोर्ड में रही हैं और हिंदुस्तान टाइम्स,टाइम्स ऑफ इंडिया इत्यादि जैसे राष्ट्रीय समाचार पत्रों में स्वतंत्र योगदानकर्ता रही हैं। इस प्रकार वे अनेक अध्येताओं के लिए प्रेरक हैं। डॉ.ऋषिका वर्मा,सहायक आचार्य दर्शनशास्र ने सभी को धन्यवाद दिया।
कार्यक्रम में रेखा डंगवाल,ओमप्रकाश,मनोज,डॉ.शीरिंग,डॉ.योगेश शर्मा,डॉ.मनोज तंवर,अभिनव भारत,आलोक रावत और चंदन इत्यादि सहित अनेक शिक्षकों,शोधार्थियों,शिक्षणेत्तर कर्मचारियों और विद्यार्थियों ने प्रो.इंदु को भविष्य के लिए शुभकामनाएं संप्रेषित की।