मदरहुड यूनिवर्सिटी में हुए शोध को अंतरराष्ट्रीय मान्यता
मदरहुड यूनिवर्सिटी में हुए शोध को अंतरराष्ट्रीय मान्यता
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सचिन शर्मा
हरिद्वार।मदरहुड यूनिवर्सिटी के विज्ञान संकाय में ' डिवाइस एनालाइजिंग गोल्ड नैनोपार्टिकल्स मेडिकेटेड एंटी ट्यूमर इफेक्ट' शीर्षक से " यू.के. डिजाइन पेटेंट"जो कि अंतरराष्ट्रीय मान्यता प्राप्त शोध पत्रिका में प्रकाशित हुआ है। विज्ञान संकाय के अधिष्ठाता प्रोफेसर डॉ विकास गुप्ता के मार्गदर्शन में यह शोध डॉक्टर शमा परवीन द्वारा किया गया।
शोधकर्ता का दवा है कि ल्युकस रोफ्लोटस यानी द्रोणिपुष्पी से संश्लेषित सोने के नैनो कणो में कैंसर कोशिकाओं को समाप्त करने की क्षमता होती है। इसलिए सोने के नैनो कणो का उत्पादन लुकस रोफ लोटस पौधे का उपयोग करके प्रभावी ढंग से किया गया है। इस कार्य में पौधे की पत्तियों के अर्क का उपयोग करके पर्यावरण के अनुकूल सोने के नैनो कणो का उत्पादन किया गया है । द्रोणपुष्पी एक आयुर्वेदिक पौधा है जो पहाड़ियों में पाया जाता है और इससे संबंधित नैनो कणो में वेस्ट और लग्स कैंसर सेल्स के प्रति संवेदनशीलत होती है। इन नैनो करो को भविष्य में बायोमेडिकल सेंसर विज्ञान के विभिन्न क्षेत्रों में प्रयोग किया जा सकता है।
शोधकर्ता के इस शोध को मदरहुड विश्वविद्यालय रुड़की ने यू, के डिजाइन में पेटेंट कराया है।
इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलपति डॉक्टर प्रोफेसर नरेंद्र शर्मा जी ने अपनी शुभकामनाएं प्रेषित की। उन्होंने कहा कि भविष्य में भी विश्वविद्यालय में इस प्रकार की शोध कार्य करने के लिए शोधार्थियों को प्रोत्साहित किया जाएगा।