प्राचीन रामलीला में हुआ मेघनाथ और कुंभकरण वध की लीला का मंचन
प्राचीन रामलीला में हुआ मेघनाथ और कुंभकरण वध की लीला का मंचन
सबसे तेज प्रधान टाइम्स
सचिन शर्मा
हरिद्वार।नवमी पर रामलीला मैदान में आयोजित सबसे प्राचीन रामलीला में आज रावण द्वारा कुंभकरण को युद्ध क्षेत्र में श्री राम की सेना से युद्ध करने के लिए भेजा गया , श्री राम जी ने इंद्रास्त्र का प्रयोग कर कुंभकरण का सिर धड़ से अलग कर दिया जिससे उसकी मृत्यु हो गई कुंभकरण की मृत्यु के बाद रावण ने स्वयं कहा कि है उसके विनाश और अहंकार के अंत की शुरुआत है, मेघनाथ और लक्ष्मण के युद्ध में केवल लक्ष्मण ही मेघनाथ का वध कर सकते थे ईश्वरी वरदान के कारण मेघनाथ को ऐसी शक्ति प्राप्त हो गई थी कि भगवान राम उनका वध नहीं कर सकते थे लक्ष्मण ने अपने घातक बनो से मेघनाथ के सर को धड़ से अलग कर दिया और उसका शीश भगवान राम के चरणों में रख दिया मेघनाथ की पत्नी सुलोचना मेघनाथ का कटा हुआ शीश लेने राम जी के पास पहुंची अंत में मेघनाथ की चिता को सुलोचना ने अग्नि दी और स्वयं सती हो गई, मेघनाथ एक महान शक्तिशाली योद्धा था परंतु रावण का अहंकार उसकी है धर्मिता पराई स्त्री पर उसकी बुरी नज़र, उसके संपूर्ण परिवार के विनाश का कारण बनी, एक लाख पूत सवा लखनाती त रावण के घर दिया ना बाती, अंत में भगवान श्री राम ने अहिरावण का वध करने के पश्चात रावण को भी उसकी नाभि पर अस्त्र चलाकर मृत्यु लोग भेजे उसको मोक्ष प्राप्त प्रदान किया एक लाख पुत्र और सवा लाख नाती होने के बावजूद भी रावण की मृत्यु पर उसके घर में दिया और बाती करने वाला भी कोई नहीं बचा, आज के कार्यक्रम में मुख्य आकर्षक कुंभकरण के पत्र रामलीला कमेटी के पूर्व अध्यक्ष इंद्रेश गुंबर रहे, अपने अभिनय से कुंभकरण के पत्र का रोल कर इंद्रेश कुमार ने दर्शकों का खूब मनोरंजन किया रक्षा रूप में रामलीला कमेटी के पूर्व अध्यक्ष को देखकर दर्शकों ने उनकी खूब सराहना की, कार्यक्रम में मुख्य रूप से संस्था के अध्यक्ष राजेश गुप्ता पूर्व अध्यक्ष गौरीशंकर अग्रवाल कार्यकारिणी सदस्य मनोज वाधवा, डायरेक्टर वीरेंद्र रावत विशाल अग्रवाल आशीष अग्रवाल विनोद भारती पप्पू सक्सेना प्रदीप गुप्ता रविंद्र श्रीवास्तव अजहर सिद्दीकी, मनोज श्रीवास्तव भगवान दास गुप्ता आदि उपस्थित थे,