पांच दिवसीय गौ कथा व्यास पीठेश्वर महाराज श्री सीता शरण ने किया शुभारम्भ
पांच दिवसीय गौ कथा व्यास पीठेश्वर महाराज श्री सीता शरण ने किया शुभारम्भ
सबसे तेज प्रधान टाइम्स
सुनील सोनकर
मसूरी।पहाड़ों की रानी मसूरी के निकट कैम्पटी क्षेत्र में कृष्ण मंडली एवं व्यापार मंडल कमेटी के द्वारा पांच दिवसीय गौ कथा का आयोजन किया गया जिसका शुभारंभ व्यास पीठेश्वर महाराज श्री सीता शरण के कर कमल द्वारा कथा का वाचन से हुआ। उत्तराखंड के सुप्रसिद्ध परम श्रद्धेय गौ कथा वाचक महाराज श्री गोपाल मणि जी के सुपुत्र हैं वही गौ कथा का समापन स्वयं गोपाल मणि जी के द्वारा किया जायेगा। इस कथा का उद्देश्य है कि जिस प्रकार आजकल गाय की हालत दिन प्रतिदिन बद से बदतर होती जा रही है वह कई लोगों द्वारा गायों को सड़क में छोड देते है ऐेसे में कृष्ण मंडली के सदस्यों द्वारा क्षेत्र के लोगों और युवाओं को गाय की सेवा के लिये गौ कथा का आयोजन किया गया। जिससे कि पूरे क्षेत्र को गाय की सेवा के लिये जागरूक किया जा सके। व्यास पीठेश्वर महाराज श्री सीता शरण के द्वारा गौ माता की सत्ता, महत्व आवश्यकता एवं उनके पंचगव्यों के महत्व को समझने, स्वीकारने, आत्मसात करने तथा जीवन में उपयोग में लाने के लिये एवं गौ रक्षा हेतु संकल्प आदि को लेकर गौ कथा का आयोजन किया गया है। महाराज जी द्वारा गौ माता की उत्पत्ति व विभिन्न शास्त्र पुराणों में उल्लेख गौ माता के सर्वोपरि महत्व आदि का वर्णन किया गया गाय से उत्पन्न दूध, दही, घी, गोबर, मूत्र और रोचना-ये छरू अङ्ग अत्यंत पवित्र हैं और प्राणियों के सभी पापों को नष्ट कर उन्हें शुद्ध करने वाले हैं। श्री सम्पन्न बिल्व वृक्ष गौओ के गोबर से ही उत्पन्न हुआ है। यह भगवान शिवजी को अत्यंत प्रिय है। चूँकि उस वृक्ष में पद्महस्ता भगवती लक्ष्मी साक्षात् निवास करती हैं, इसलिए इसे श्री वृक्ष भी कहा गया है। बाद में नीलकमल एवं रक्त कमल के बीज भी गोबर से ही उत्पन्न हुए थे। गौओ के मस्तक से उत्पन्न परम पवित्र गोरोचन है समस्त अभीष्ट की सिद्धि करनेवाली तथा परम मंगल दायिनी है।इस मौके पर कनिष्ठ प्रमुख समीर पवार, विजेंद्र पंवार ग्राम प्रधान सिया केम्प्टी, प्रेम सिंह पवार व्यापार मंडल अध्यक्ष कैंपटी, कविता रौछैला जिला पंचायत सदस्य सरतली, अनिल नौटियाल सरदार पवार, राजेंद्र पवार, शूरवीर पंवार, चंदर सिंह पंवार, अंकित धनाई, सुजीत सरकार, सूरज पवार पूरण पवार, महेंद्र पवार, भवान सिंह, श्याम सिंह, रमेश पवार, भरत पवार, जगत पंवार, कमल रावत, अनूप थपलियाल आदि मौजूद रहे।