पैडुलस्यू॑ घाटी में उत्तराखंड का प्रसिद्ध फूलदेई पर्व धूमधाम से मनाया गया
सबसे तेज प्रधान टाइम्स गबर सिंह भण्डारी पौड़ी/श्रीनगर गढ़वाल। आज उत्तराखंड का प्रसिद्ध फूलदेई पर्व गढ़वाल के प्राचीन रीति-रिवाजों और पारंपरिक गीतों के माध्यम से जनपद पौड़ी के अंतर्गत पैडुलस्यूं पट्टी के ग्राम कमेड़ा में समलौण आन्दोलन की राज्य संयोजिका सावित्री देवी मंमगाई के माध्यम से गांव के सभी बच्चों को फूलदेई कार्यक्रम बड़े धूमधाम से मनाया गया। उन्होंने कहा गांव में लगातार पलायन होने के कारण बच्चों की संख्या भी धीरे-धीरे कम होती जा रही है, यह बच्चे केवल गरीब निर्धन परिवारों के है,जिससे यह पर्व संकट की घड़ी मे आ चुका है। उन्होंने यह भी कहा कि आप जैसे बच्चों ने इस परंपरा को बचा के रखा है। इस शुभ अवसर पर तीलू रौतेली से सम्मानित सामाजिक कार्यकत्री सावित्री देवी मंमगाई ने इस पर्व की महत्व पर विस्तार से बच्चों को जानकारी दी और कहा भविष्य में हमारे आने वाली पीढ़ी आपसे प्रेरणा लेकर इस पर्व को चलाएंगे,यह प्रार्थना उन्होंने परमपिता परमेश्वर से की। कार्यक्रम की शुरुआत सर्वप्रथम निरंकार देवता के मंदिर में जाकर डो॑र थाली बजाकर की गई,तब उन बच्चों का माल्यार्पण कर स्वागत किया गया। तदोपरांत निरंकार देवता में बच्चों ने फूल चढ़ाकर गांव की सभी देहलियो॑ जाकर फूल चढ़ाएं और गांव के लोगों ने उनका स्वागत कर गुड़ और दक्षिणा भेंट किया और गांव की खुशहाली एवं हरियाली की मंगलमय कामना की। उक्त अवसर पर इसानी,आरुषि,खुशबू,दिव्यांशी,नबया,नायरा,नितया,अंशिका,रितिका,पूनम,राधिका, अंकिता,आरोही,समर,रिसाव,अमन,नमन,मयंक,अमित,अनमोल,अनुज,युवराज,आरभ,लक्ष्य आदि ग्रामीण उपस्थित थे। वहीं दूसरी तरफ पाबों विकास खंड के ग्राम सै॑जी में समलौण आन्दोलन की सेना नायिका गीता देवी ने गांव के बच्चों के साथ फूलदेई कार्यक्रम धूमधाम से मनाया गया। उन्होंने कहा कि बसंत ऋतु के आगमन पर रंग-बिरंगे पुष्प खिल जाते हैं और बच्चे सुबह उठकर टोकरियों में उन फूलों को लेकर घर की देहली में डालते हैं छोटे बच्चों गांव वाले मिष्ठान के रूप में गुड़ और दक्षिणा भेंट करते हैं।
इस अवसर पर शौर्य सानू,आयांश,दिव्या,गांव की सेना की सदस्य बबली भंडारी,शकुंतला देवी,रेखा देवी,शशि देवी,सरोजनी देवी,बसंती देवी,सुलोचना देवी,लक्ष्मी देवी आदि ग्रामीण उपस्थित थे।