शिक्षा विभाग को मिले कला वर्ग के 789 अतिथि शिक्षक
सबसे तेज प्रधान टाइम्स गबर सिंह भण्डारी
देहरादून/श्रीनगर गढ़वाल। विद्यालयी शिक्षा विभाग के अंतर्गत राजकीय माध्यमिक विद्यालयों में शीघ्र ही 789 और अतिथि शिक्षकों की तैनाती की जायेगी। प्रवक्ता संवर्ग के इन शिक्षकों को प्रदेश के पर्वतीय व दूरस्थ क्षेत्र के विद्यालयों में कला वर्ग के विभिन्न विषयों के सापेक्ष नियुक्त किया जायेगा। सूबे के विद्यालयी शिक्षा मंत्री डॉ.धन सिंह रावत ने इस संबंध में विभागीय अधिकारियों को अतिथि प्रवक्ताओं को जनपद व विषयवार शीघ्र नियुक्ति देने के निर्देश दिये हैं। राज्य सरकार ने प्रदेश के राजकीय माध्यमिक विद्यालयों में शिक्षण व्यवस्था सुनिश्चित करने के दृष्टिगत प्रवक्ता संवर्ग के रिक्त पदों के प्रति अतिथि शिक्षकों की नियुक्ति करने का निर्णय लिया था। समय-समय पर तात्कालिक व्यवस्था के तहत विभाग द्वारा रिक्त पदों पर अतिथि शिक्षकों की तैनाती की गई। विद्यालयों में शिक्षकों की कमी और राज्य लोक सेवा आयोग से प्रवक्ता शिक्षकों के मिलने में हो रही देरी को देखते हुए एक बार फिर कला वर्ग में 789 और अतिथि प्रवक्ताओं को तैनाती दी जायेगी। जिसमें हिन्दी विषय में 193,भूगोल 90,अर्थशास्त्र 194,नागरिकशास्त्र 217 तथा इतिहास विषय में 95 अतिथि शिक्षक शामिल है। इन सभी अतिथि प्रवक्ताओं को मेरिट के आधार पर जनपद आवंटित कर दिये गये हैं,जहां विभिन्न राजकीय माध्यमिक विद्यालयों में इन्हें संवर्गवार व विषयवार नियुक्त दी जायेगी। जिसमें चमोली जनपद में विभिन्न विषयों के 101 अतिथि प्रवक्ताओं को तैनाती दी जायेगी। इसी प्रकार पिथौरागढ़ में 98,पौड़ी 154,अल्मोड़ा 90,उत्तराकशी 22,टिहरी 61,नैनीताल 39,चम्पावत 44,बागेश्वर 55,रूद्रप्रयाग 61,देहरादून 19,ऊधमसिंह नगर 42 तथा हरिद्वार में 3 अतिथि शिक्षक शामिल है। कल वर्ग के इन सभी अतिथि शिक्षकों की नियुक्ति प्राथमिकता के आधार पर पर्वतीय एवं दूरस्थ क्षेत्र माध्यमिक विद्यालयों में दी जायेगी। इस संबंध में विभागीय मंत्री डॉ.धन सिंह रावत ने विभागीय अधिकारियों को अतिथि शिक्षकों की शीघ्र तैनाती के निर्देश दिये हैं। इसस पहले विभाग द्वारा विज्ञान वर्ग में 157 अतिथि प्रवक्ताओं की नियुक्ति की गई। प्रदेश के राजकीय माध्यमिक विद्यालयों में शिक्षण व्यवस्था सुनिश्चित करने के दृष्टिगत कला वर्ग के विषयों के 789 अतिथि प्रवक्ताओं की मेरिट सूची तैयार कर जनपदों को भेज दी गई है। इन अतिथि शिक्षकों को रिक्त पदों के सापेक्ष शीघ्र तैनाती देने हेतु सभी मुख्य शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दे दिये गये है। प्रदेश के नौनिहालों को बेहतर शिक्षा सुलभ हो इसके लिये सरकार पूरी तरह प्रतिबद्ध है।