बेस अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड को पहले सुधारने पर रहेगा फोकस - डॉ.सयाना
सबसे तेज प्रधान टाइम्स गबर सिंह भण्डारी
श्रीनगर गढ़वाल। प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा निदेशक एवं श्रीनगर मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ.आशुतोष सयाना ने शुक्रवार को बेस अस्तपाल के इमरजेंसी वार्ड का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान वार्ड में सफाई व्यवस्था ठीक ना होने तथा चिकित्सा उपकरण व्यवस्थित ना रखे जाने पर नाराजगी जाहिर की। उन्होने सफाई फर्म की शर्ते चिकित्सा अधीक्षक को देखने के साथ सफाई व्यवस्था ठीक ना होने पर नोटिस जारी करने के निर्देश दिये। कहा कि इमरजेंसी वार्ड की व्यवस्थाएं सबसे पहले ठीक करनी होगी। बेस अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड के निरीक्षण पर पहुंचे चिकित्सा निदेशक एवं प्राचार्य डॉ.आशुतोष सयाना ने कहा कि इमरजेंसी में एक मेडिकल तथा दूसरा सर्जिकल वार्ड बनाया जाए। तथा प्लास्टर रूम अलग बनाते हुए प्लास्टर रूम में बेहतर ओटी बनायी जाए। कहा कि अस्पताल में सफाई व्यवस्था के लिए सफाई मशीन मंगाई जाय,जिससे इमरजेंसी में लंबे समय से अटकी गंदगी साफ हो। उन्होंने सफाई सुपरवाइजर को संबंधी फर्म से मशीन के जरिए सफाई कराने के निर्देश दिये। उन्होंने सभी चिकित्सा उपकरणों की मेंटेनेंस करने तथा फायर सर्विस का आडिट करने के निर्देश दिये। कहा कि इमरजेंसी में डॉक्टरों के रोस्टर दीवार पर चिपकाने के बजाय रजिस्टर में हाजिर देने के निर्देश दिये। डॉ.सयाना ने राष्ट्रीय प्रत्यायन बोर्ड (एनएबीएच) के तहत अस्पताल का पंजीकरण कराने तथा इसके लिए कंसल्टेंट के नियुक्ति हेतु प्रस्ताव बनाने के निर्देश दिये। ताकि अस्पताल की तमाम दिक्कतें दूर हो। उन्होंने बायोमेडिकल वेस्ट मैनेजमेंट ठीक ना पाये जाने पर सभी स्टॉफ और डॉक्टरों की बैठक बुलाने के निर्देश चिकित्सा अधीक्षक को दिये। उन्होंने देखा कि अन्य विभाग की जांच संबंधी पर्चे इमरजेंसी में पाये गये,जिस पर उन्होंने कहा कि जल्द स्टेशनरी ऑडिट कराया जायेगा। बिजली की तारें जगह-जगह लटकी पाये जाने पर उन्होंने संबंधी विभाग को जल्द ठीक कराने के निर्देश दिये। इस मौके पर चिकित्सा अधीक्षक डॉ.अजय विक्रम सिंह,डॉ.डी.के.टम्टा,डॉ.मोहित सैनी,डॉ.लक्ष्मण सिंह,डॉ.वरूण,प्रभारी अधिकारी अनिल उनियाल,एस.के.भट्ट,आर.एस.चौहान,डी.एस.नेगी आदि मौजूद थे। वार्ड में भर्ती मरीजों की ब्लड़ रिपोर्ट वार्ड में आए-चिकित्सा शिक्षा निदेशक डॉ.आशुतोष सयाना ने निरीक्षण के दौरान पाया कि इमरजेंसी भर्ती मरीज खुद ही अपनी ब्लड़़ रिपोर्ट लेकर आ रहे है,तो उन्होंने इस मामले में अस्पताल प्रशासन को निर्देश दिये कि मरीजों की रिपोर्ट लैब से सीधे वार्डो में पहुंचे इसके लिए व्यवस्था करे,ताकि मरीज के तीमारदार अस्पताल में रिपोर्ट के चक्कर में भटके नहीं। अस्पताल में लगे स्पीकरों का हो सही उपयोग-चिकित्सा शिक्षा निदेशक डॉ.सयाना ने कहा कि अस्पताल के वार्डो में लगाये गये स्पीकरों का निरंतर प्रयोग में लाने के निर्देश दिये। कहा कि सुबह और शाम को जब भी डॉक्टरों का राउंड वार्डो में होता है तो राउंड होने से पहले अलाउंसमेंट हो जाए कि डॉक्टरों का राउंड होने वाला है,मरीज के साथ एक ही व्यक्ति वार्ड में रहे। इसके साथ ही अस्पताल परिसर में ओपीडी समय में अलग-अलग स्थानों पर लगे माइक के माध्यम से लोगों को चिकित्सक के कक्ष में भीड़ नहीं करने की अपील सहित स्वच्छता बनाये रखे सहित अन्य जागरूकता संबंधी जानकारी समय-समय पर अनाउंस की जाए।