उत्तराखंड चार धाम यात्रा की रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया के विरोध में दिया ज्ञापन
मनोज ननकानी
हरिद्वार। संयुक्त मोर्चा पर्यटन उद्योग के तत्वाधान में विभिन्न ट्रैवल एवं टूरिज्म से जुड़े संगठन एकत्रित हुए एवं सिटी मजिस्ट्रेट हरिद्वार को ज्ञापन के माध्यम से माननीय मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी जी, उत्तराखंड सरकार को चार धाम यात्रा 2025 की रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया को लेकर अपनी आपत्तियाँ एवं सुझाव प्रस्तुत किए।
वरिष्ठ ट्रैवल व्यवसायी अरविंद खनेजा ने कहा चार धाम यात्रा हिंदू आस्था और संस्कृति का एक महत्वपूर्ण अंग है, जो प्राचीन काल से निर्बाध रूप से चलती आ रही है। हर वर्ष लाखों श्रद्धालु इस पवित्र यात्रा के लिए उत्तराखंड आते हैं, किंतु वर्तमान रजिस्ट्रेशन प्रणाली से यात्रियों, स्थानीय व्यापारियों एवं पर्यटन उद्योग को अनेक कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।
टैक्सी मैक्सी एसोसिएशन के अध्यक्ष श्री गिरीश भाटिया ने कहा, रजिस्ट्रेशन की संख्या सीमा समाप्त की जाए: वर्तमान में निर्धारित सीमित संख्या के कारण अनेक श्रद्धालुओं को दर्शन करने से वंचित रहना पड़ रहा है, जो उनकी धार्मिक स्वतंत्रता पर प्रतिबंध के समान है।
टूर ऑपरेटर असोसिएशन के अध्यक्ष अभिषेक अल्वालिया में कहा ऑनलाइन प्रक्रिया बहुत जटिल है,कई बुजुर्ग एवं ग्रामीण क्षेत्र के श्रद्धालु, जिनके पास डिजिटल सुविधाएँ उपलब्ध नहीं हैं, वे इस प्रणाली से वंचित हो रहे हैं। प्रत्येक यात्री को आधार कार्ड और ओटीपी कोड अनिवार्य रूप से देने की बाध्यता उनके लिए एक बड़ी समस्या बन गई है। गलत तत्वों द्वारा ओटीपी के दुरुपयोग की संभावना भी बढ़ रही है।
वरिष्ठ ट्रेवल व्यवसायी संजय शर्मा में कहा स्थानीय व्यापार पर प्रतिकूल प्रभाव बढ़ रहा है। रजिस्ट्रेशन प्रणाली से स्थानीय व्यापारियों, होटल व्यवसायियों एवं यात्रा से जुड़े अन्य लोगों की आजीविका पर नकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति प्रभावित हो रही है।
वरिष्ठ ट्रैवल व्यवसायी विजय शुक्ला ने सरकार से मांग की रजिस्ट्रेशन प्रणाली को सरल एवं लचीला बनाया जाए तथा सरकार यह सुनिश्चित करे कि प्रत्येक श्रद्धालु, जो चार धाम यात्रा पर आना चाहता है, उसे दर्शन करने की गारंटी मिले। स्थानीय व्यापारियों एवं पर्यटन उद्यमियों की चिंताओं का समाधान किया जाए ताकि उनकी आजीविका सुरक्षित रह सके।
सभी स्टेक होल्डर्स ने एक स्वर में यह मांग की कि चार धाम यात्रा संबंधी विषयों पर उच्च अधिकारियों और पर्यटन उद्यमियों के साथ नियमित बैठकें आयोजित की जाएँ, जिससे समस्याओं का त्वरित समाधान हो सके।
यह भी आव्हान किया गया की सरकार हमारी भावनाओं को ध्यान में रखते हुए हमें आशा है कि सरकार इस विषय पर शीघ्र उचित निर्णय लेगी।
यदि हमारी माँगों पर विचार नहीं किया गया, तो हम व्यापक जन आंदोलन करने के लिए बाध्य होंगे।
सिटी मजिस्ट्रेट हरिद्वार को ज्ञापन देने के उपरांत सभी स्टेक होल्डर्स जिला पर्यटन कार्यालय पहुँचे और जिला पर्यटन अधिकारी के सामने भी अपनी समस्याओं को रखा। जिला पर्यटन विकास अधिकारी महोदय ने आश्वस्त किया कि हमारी समस्याओं को उचित मंच पर रखा जाएगा।
आज ज्ञापन देने वालों में संजय शर्मा, गिरीश भाटिया, सुनील जायसवाल,विजय शुक्ला ,अरविंद खनेजा ,मुकेश गोयल, हरीश भाटिया,अभिषेक अहलूवालिया, अंजीत कुमार, चंद्रकांत कोठारी, दुष्यंत चौहान, इकबाल सिंह, चंद्रकांत शर्मा, गोपाल प्रधान, अनुज सिंहल, अनुज सिंह भंडारी, कालीचरण, विष्णु, राजीव अग्रवाल, जोगी राजेंद्र शर्मा, विष्णु, राघवेंद्र शर्मा,रकम सिंह राठौड़, विश्वास राठौर, नीरज सैनी, नासिर अंसारी, मुकेश , कैलाश कुमार, मुकेश कुमार, लियाकत अली, विजय सुमल बोबी, अनिल कुमार आदि शामिल रहे।