संस्कृति स्कूल में दीक्षांत समारोह का आयोजन
अंशु वर्मा/गीतेश अनेजा
हरिद्वार। दीक्षांत समारोह किसी भी छात्र के जीवन का एक महत्वपूर्ण और यादगार दिन होता है यह वह दिन होता है जब विद्यार्थी को वर्षों की कड़ी मेहनत का फल मिलता है । यह छात्र के भविष्य की नई शुरुआत का दिन होता है जो कि इस वर्ष 22 मार्च को संस्कृति स्कूल में बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया गया । दीक्षांत समारोह की शुरुआत दीप प्रज्वलन, स्वागत गीत और संस्कृति स्कूल की छात्रा के श्लोक उच्चारण के साथ हुई । तत्पश्चात हमारे स्कूल के छात्रों ने मुख्य अतिथि श्रीमती सुजाता जी, अतिथि श्रीमती निकिता पंजवानी जी, स्कूल की निदेशिका श्रीमती दिव्या पंजवानी जी और प्रिंसिपल श्रीमती श्वेता सहगल जी व अपने अभिभावकों के समक्ष तरह-तरह के मनमोहन और सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए, जिन्हें देख सब मंत्र मुग्ध और भावुक हुए बिना नहीं रह पाए। दीक्षांत समारोह की शुरुआत स्वागत गीत, दीप प्रज्वलन से होने के पश्चात, स्कूल के अन्य छात्रों ने एक के बाद एक सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए जैसे :- सवेरे-सवेरे, स्कूल नी जाना , स्कूल चले हम, नमामि- नमामि गानो पर नृत्य प्रस्तुत किए। इसके अतिरिक्त बच्चों ने आदियोगी गीत पर योग के विभिन्न आसन प्रस्तुत किये। जिससे वहां के वातावरण में सबको आध्यात्म की अनुभूति हुई। इसके अलावा कुछ अभिभावकों ने अपने अनुभव अन्य अभिभावकों के साथ भी साझा किए ।
सांस्कृतिक कार्यक्रम पूरे होने के पश्चात हमारी मुख्य अतिथि श्रीमती निकिता पंजवानी जी और सीमा मेहता जी ने बच्चों को प्रमाण पत्र प्रदान किए। अंत में संस्कृति स्कूल की निदेशिका श्रीमती दिव्या पंजवानी जी ने सभी अभिभावकों और स्कूल के छात्रों को दीक्षांत समारोह के सफलता पूर्वक पूरे होने की बधाई दी और उन सभी के सहयोग के लिए उनका अभिवादन व्यक्त किया। संस्कृति स्कूल की प्रिंसिपल श्रीमती श्वेता सहगल जी ने भी बच्चों के साथ के अपने अनुभव, सबके साथ साझा किए, उन्होंने कहा कि आज हम सभी के लिए बहुत ही गर्व और खुशी का पल है, हमारे स्कूल के बच्चों ने अपने प्रदर्शन से हम सभी को गौरवान्वित किया है।स्कूल ने उनकी बुनियादी शिक्षा की नींव इतनी मजबूत की है जिससे उनको उनके आने वाले जीवन में बहुत योगदान मिलेगा।
इस प्रकार हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी संस्कृति स्कूल में दीक्षांत समारोह बड़े ही हर्षोल्लास और धूमधाम से संपन्न कराया गया ।