आस संस्था ने समाज में उत्कृष्ट कार्य करने वाली महिलाओं को किया सम्मानित,हमारे साथी पोर्टल लांच
सुनील सोनकर
देहरादून। मसूरी नगर पालिका सभागार में आस फाउंडेशन के द्वारा सम्मान कार्य 6म आयोजित किया गया। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि पालिकाध्यक्ष मीरा सकलानी द्वारा कार्यक्रम का शुभारम्भ किया गया। आस संस्था द्वारा सामाजिक कार्यों के साथ महिला को आत्मनिर्भर बनाए जाने के लिये डा. कविता शुक्ला, विमला देवी, योगिता गोयल, मीना आर्य व ज्योति पंवार को सम्मानित किया गया। वहीं संस्था द्वारा बबीता, संगीता, कवती थापा, रानीव माहेश्वरी को स्वयं अपना रोजगार शुरू कर स्वावलंबी बनने पर सम्मानित किया गया। इस मौके पर ” हमारे साथी ” पोर्टल को पालिकाध्यक्ष मीरा सकलानी द्वारा लॉन्च किया गया है जिसमें सभी सामाजिक क्षेत्र में कार्य करने वाले महिलाओं व पुरुषों की सूची के साथ रोजगार के साधनों के साथ शहर के प्रतिष्ठित संस्थानों की जानकारी उपलब्ध होगी। पालिकाध्यक्ष मीरा सकलानी ने कहा कि आस संस्था लगातार गरीब लोगों के साथ महिलाओं को स्वरोजगार से जोड़ने की अहम भूमिका निभा रही है। उन्होंने आस संस्था की अध्यक्ष स्मृति हरि के द्वारा महिलाओं को स्वावलंबी बनाये जाने को लेकर विभिन्न योजना के तहत किये जा रहे कार्यो की सराहना की। संस्था की अध्यक्ष स्मृति हरि ने बताया कि आस फाउंडेशन द्वारा लगातार पिछले कई वर्षों से सामाजिक कार्य कर महिलाओं और गरीब लोगों की मदद की जा रही है वह महिलाओं को स्वरोजगार से जोड़ कर उनको स्वावलंबी बनाने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होने कहा कि आस संस्था का प्रमुख उद्देश्य महिलाओं को सशक्त और स्वावलंबी बनाना होता है। ऐसी संस्थाएं महिलाओं को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करने, उन्हें आत्मनिर्भर बनाने और समाज में उनके योगदान को पहचान दिलाने के लिए कई प्रकार के कार्य कर रही है। आस संस्था महिलाओं को उनकी सेहत और पोषण के बारे में जागरूक करती है। यह उन्हें सही आहार, स्वच्छता और जीवनशैली के बारे में बताती है, ताकि महिलाएं अपनी और अपने परिवार की सेहत का ध्यान रख सकें। महिलाओं को सिलाई, कढ़ाई, और अन्य हस्तशिल्प कला सिखाने के लिए प्रशिक्षण देना, ताकि वे घर बैठे ही काम कर सकें। यह उन्हें अपनी आजीविका कमाने के अवसर प्रदान करता है। महिलाएं इस हुनर के माध्यम से कपड़े तैयार कर सकती हैं और अपनी आर्थिक स्थिति में सुधार कर सकती हैं।महिलाओं को विभिन्न व्यावसायिक प्रशिक्षण प्रदान किया जाता है जैसे कि ब्यूटी पार्लर, कंप्यूटर प्रशिक्षण, कृषि से जुड़ी गतिविधियां, आदि, ताकि वे स्वावलंबी हो सकें और अपना खुद का व्यवसाय चला सकें। इसके माध्यम से वे समाज में सम्मान प्राप्त कर सकती हैं और अपनी पहचान बना सकती हैं। शिक्षा के माध्यम से महिलाओं को स्वावलंबी बनाने के लिए आस संथा उन्हें शिक्षा की ओर प्रेरित करती है। पढ़ाई के ज़रिए महिलाएं अपने भविष्य को बेहतर बना सकती हैं और अपने परिवार की सामाजिक स्थिति को भी सुधार सकती हैं।
इस मौके पर इंद्राणी पांधी ,अधिवक्ता अल्का शर्मा, अधिशासी अधिकारी तनवीर सिंह मारवाह, पालिका सभासद जसबीर कौर, रूचिता गुप्ता, गौरी थपलियाल, पवन थलवाल, निमेष डंगवाल सहित अन्य लोग मौजूद थे।