शिक्षा को संस्कारों से जोड़ते हुए समाज को सुधारने में सरस्वती विद्या मंदिरों की अहम भूमिका - डॉ.घिल्डियाल
सबसे तेज प्रधान टाइम्स गबर सिंह भण्डारी
गोपेश्वर/श्रीनगर गढ़वाल। भारतीय संस्कृति में शिक्षा का वास्तविक तात्पर्य संस्कार युक्त शिक्षा है और ऐसी शिक्षा देकर समाज को सुधारने में सरस्वती विद्या मंदिर महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। उपरोक्त विचार शिक्षा एवं संस्कृत शिक्षा के सहायक निदेशक आचार्य डॉ.चंडी प्रसाद घिल्डियाल ने व्यक्त किए,वह आज सरस्वती विद्या मंदिर गोपेश्वर में नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के क्रियान्वयन पर आयोजित कार्यक्रम में छात्र-छात्राओं,शिक्षकों,अभिभावकों एवं प्रबुद्ध नागरिकों को संबोधित कर रहे थे,उन्होंने कहा कि नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में महसूस किया गया है,कि समाज का सही निर्माण संस्कार युक्त शिक्षा से ही हो सकता है और इसके लिए सरस्वती विद्या मंदिर निरंतर प्रयास कर रहे हैं। विद्यालय में विभिन्न प्रतियोगिताओं में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले छात्र-छात्राओं को पुरस्कृत करते हुए सहायक निदेशक ने कहा कि विद्यालय की प्रार्थना सभा से ही विद्यालय में दिनभर चल रही गतिविधियों का अंदाजा लगाया जा सकता है और सरस्वती विद्या मंदिर में आदर्श प्रार्थना के साथ-साथ वंदे मातरम और भोजन से पहले भोजन मंत्र तथा विश्व कल्याण की भावना का जो बीज बचपन से बच्चों के अंदर बोया जा रहा है वही एक दिन विशाल वृक्ष बनकर भारत को विश्व गुरु बनाने में सक्षम होगा। सहायक निदेशक डॉ.चंडी प्रसाद घिल्डियाल के विद्यालय में पहली बार पहुंचने पर उनको विद्यालय परिवार की ओर से फूल माला,अंग वस्त्र, सम्मान पत्र और भगवान गोपीनाथ का स्मृति चिन्ह भेंट करते हुए प्रधानाचार्य हिम्मत सिंह चौहान ने कहा कि डॉ.घिल्डियाल अत्यंत सरल और सहज प्रकृति के हैं,उनके जैसे विद्वान और कुशल प्रशासक अधिकारी का विद्यालय में आना पूरे गोपेश्वर क्षेत्र के लिए गौरव का विषय है,विद्यालय परिवार उनके सुझाए गए परामर्शों एवं दिए गए आदेशों पर पूर्ण रूप से अमल करेगा। इस मौके पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के जिला संचालक राजेंद्र प्रसाद पंत,विद्यालय के प्रबंधक जयंती प्रसाद जोशी,राकेश भट्ट,विश्व हिंदू परिषद के जिला अध्यक्ष राकेश मैथानी,हरिप्रसाद मंमगाई,रजनी तिवारी,तीलू रौतेली पुरस्कार से सम्मानित मीना तिवारी,सुरेंद्र सिंह रावत,विद्या भारती प्रदेश कार्यकारिणी के सदस्य शांति प्रसाद भट्ट सहित बड़ी संख्या में बच्चों के अभिभावक और गणमान्य लोग उपस्थित रहे।