नमामि गंगे अभियान के तहत चलाया गया हस्ताक्षर अभियान
सचिन शर्मा
हरिद्वार। राजकीय महाविद्यालय मरगूबपुर द्वारा रानी धर्म कुँवर राजकीय महाविद्यालय दल्लावाला खानपुर हरिद्वार में "नमामि गंगे" अभियान के अंतर्गत आयोजित एक विशेष कार्यक्रम में विद्यार्थियों और शिक्षकों ने गंगा संरक्षण एवं स्वच्छता पर गोष्ठी का आयोजन किया । इस अवसर पर महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ० आदित्य कुमार मौर्य ने "नमामि गंगे" परियोजना पर व्याख्यान दिया, जिसमें उन्होंने गंगा नदी के संरक्षण एवं शुद्धता की आवश्यकता को रेखांकित किया।
प्राचार्य ने अपने व्याख्यान में कहा, "गंगा नदी न केवल हमारे जीवन का अभिन्न हिस्सा है, बल्कि यह भारतीय संस्कृति, सभ्यता और धार्मिक आस्थाओं से भी जुड़ी हुई है। गंगा के जल को शुद्ध रखना, उसकी पवित्रता को बनाए रखना हमारी सामूहिक जिम्मेदारी है।" उन्होंने गंगा के प्रदूषण के कारणों पर प्रकाश डाला और इस दिशा में "नमामि गंगे" अभियान की भूमिका को महत्वपूर्ण बताया।
इस अवसर पर राजकीय महाविद्यालय मरगूब पुर "नमामि गंगे" पके नोडल अधिकरी डॉ० अमित कुमार शर्मा ने बताया कि बढ़ते प्रदूषण औद्योगिक कचरे और अन्य मानवीय गतिविधियों के समाधान के लिए भारत सरकार ने वर्ष 2014 में "नमामि गंगे योजना" की शुरूआत की। इस अभियान के तहत जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से पोस्टर प्रतियोगित, हस्ताक्षर अभियान भी आयोजित किया गया। राजकीय महाविद्यालय मरगूबपुर महाविद्यालय की प्राचार्य डा.रीता सचान ने विद्यार्थियों से अपील की कि "स्वच्छ गंगा, स्वस्थ भारत" केवल एक नारा नहीं है, यह एक संकल्प है। यदि हम अपनी नदियों को स्वच्छ और संरक्षित रखते हैं, तो हम अपने भविष्य को सुरक्षित बनाते है, वे व्यक्तिगत रूप से भी गंगा के संरक्षण में भाग ले, और गंगा को स्वच्छ रखने में अपना अमूल्य योगदान दें। छोटी-छोटी आदतें जैसे कि प्लास्टिक का कम उपयोग करना, गंगा में कचरा न फेंकना, और पानी का संरक्षण करना इस अभियान को सफल बना सकती है।
कार्यक्रम का संचालन हिंदी विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ० रेणु देवी ने किया। इस अवसर पर डॉ० निबेदिता प्रियदर्शनी, डॉ० प्रज्ञा राजवशी, डॉ० संतोष कुमार सिंह, डॉ० भूपेन्द्र, मनमोहन सिंह, गौतम पूरन चन्द, दीपक सिंह, मूलू सिंह एवं अंकित आदि उपस्थित थे।