हरीश रावत के नेतृत्व में मुख्य सचिव से मिला कांग्रेस विधायकों का प्रतिनिधिमंडल
सचिन शर्मा
देहरादून। सचिवालय में मुख्य सचिव राधा रतूड़ी से पूर्व सीएम हरीश रावत, विधायक काजी निजामुद्दीन, विधायक ममता राकेश, विधायक फुरकान अहमद, विधायक रवि बहादुर , विधायक अनुपमा रावत, विधायक वीरेंद्र जत्ती, विधायक आदेश चौहान, वीरेंद्र रावत,जिला अध्यक्ष राजीव चौधरी, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष राव अफाक अली के साथ मुख्य सचिव राधा रतूड़ी से वार्ता की हरिश रावत ने कहा कि सभी मदरसों को एक ही श्रेणी मे लेकर अनावश्यक रूप से की गई कार्यवाही पर नाराजगी जाहिर की और रावत जी ने कहा कि जिन मदरसों में उर्दू फारसी मौलवियत की डिग्री दी जाती है उनका पंजीकरण कराना तो उचित लगता है परंतु जिन स्थानों पर यह शिक्षा या तालिम नहीं है जहां कायदा सिपारा कुरान सिर्फ इसलिए पढ़ाया जाता है ताकि वह अपनी इबादत ठीक से कर सके और अपने दीन के हिसाब जीने का सलीखा सीख रहा है उन पर हो रही कार्यवाही पर घोर निन्दा व नाराज़गी जाहिर की, प्रमुख सचिव ने आश्वाशन दिया कि मुख्य मंत्री शाम तक दिल्ली से लौट आएंगे, मैं उनके संज्ञान मे लाकर उनसे वार्ता कर जल्दी कोई कदम उठाऊंगी।
इसी बीच राव अफाक अली ने वन गुजरो की अपनी निजी जमीन मे बने कमरे जिसे परसो सील किया गया था तत्काल खुलवाने की अपील की जिसका सोसाइटी रजिस्ट्रेशन प्रमुख सचिव को सौंपा।
राव अफाक अली ने कहा कि ना तो वो मस्जिद है और ना वो मदरसा इन चार वन गुर्जर भाइयों के ही बच्चे इसमें कुरान व नमाज पढ़ते है।
सभी सम्मानित विधायकों ने एक स्वर मे प्रमुख सचिव को 6 माह पूर्व नोटिस देकर कार्यवाही करनी चाहिए थी और आइंदा होने वाली कार्यवाही को भी 6 माह पूर्व नोटिस दिया जाए और जिन जगह पर गीता रामायण और पुराण, इंजील,बाइबल, गुरु ग्रंथ , सिपारा या कुरान पढ़ाया जाता है उन जगहों पर पढ़ाने के लिए किसी भी सरकार से इजाजत लेने की जरूरत नहीं है , वो अपने अपने धर्मो की पूजा इबादत करने के लिए स्वतंत्र है।