एस एस बी युद्ध प्रशिक्षित गुरिल्ला संगठन ने सरकार को दी चेतावनी
अर्जुन सिंह राणा"पहाङी"
श्रीनगर गढ़वाल। एस एस बी युद्ध प्रशिक्षित गुरिल्ला संगठन की एक आपातकालीन मीटिंग ऑनलाइन के माध्यम से आहूत की गई। जिसमें एस एस बी युद्ध प्रशिक्षित गुरिल्ला संगठन के प्रदेश अध्यक्ष युद्धवीर सिंह राणा, कोषाध्यक्ष मनोज कुमार भट्ट, प्रदेश उपाध्यक्ष एवं टिहरी जिले का जिला अध्यक्ष दिनेश प्रसाद गैरोला, प्रदेश महासचिव एवं जिला उत्तरकाशी के जिला अध्यक्ष महावीर सिंह रावत, प्रदेश मीडिया प्रभारी अनिल प्रसाद भट्ट,सह मीडिया प्रभारी महावीर सिंह रावत, प्रदेश प्रचारक एवं चंपावत के जिला अध्यक्ष ललित मोहन बगोली और सुरेंद्र सिंह रावत, गरुड़, बागेश्वर से और बिशन दत्त भट्ट बागेश्वर से एस एस बी युद्ध प्रशिक्षित गुरिल्ला संगठन अपनी तीन सूत्रीय मांगों के लिए ऑनलाइन के द्वारा एक आपातकालीन मीटिंग आहूत की गई। जिसमें एस एस बी गुरिल्ला संगठन की तरफ से उत्तराखंड सरकार को एक बार फिर से याद दिलाना चाहते हैं कि एस एस बी गुरिल्ला संगठन के लोग सरकार तो बार-बार यही कहती है। कि अभी सचिव स्तर पर एस एस बी गुरिल्ला की फाइल रुकी है। सरकार ने 10 मार्च 2025 का टाइम दिया था लेकिन आज 26 मार्च 2025 हो गए हैं। अभी तक उत्तराखंड धामी सरकार और उत्तराखंड शासन के सचिव एस एस बी गुरिल्लाओं पर कोई कार्रवाई नहीं कर रही है। इसलिए एस एस बी युद्ध प्रशिक्षित गुरिल्ला संगठन फिर से एक विशाल रैली देहरादून में करेगा और जिसमें हमारे बहुत एस एस बी गुरिल्ला आत्मदाह जैसे कदमों के लिए बाध्य होंगे और उत्तराखंड सरकार से यह एक अंतिम और निर्णायक विशाल रैली होगी और जब तक उत्तराखंड सरकार एस एस बी युद्ध प्रशिक्षित गुरिल्लाओ का काम नहीं करती है तब तक यह विशाल रैली देहरादून में सी एम आवास पर चलता रहेगा। और एस एस बी युद्ध प्रशिक्षित गुरिल्ला अपनी तीन सूत्रीय मांगों के लिए पीछे नहीं हटेगा। एस एस बी गुरिल्ला की तीन सूत्रीय मांग मणिपुर की तर्ज पर उनकी मांग है। नौकरी व पेंशन और मृतक आश्रित हित लाभ और ग्रेच्युटी दिया जाए। एक देश में दो कानून की नीति नहीं चलेगी। एस एस बी युद्ध प्रशिक्षित गुरिल्ला संगठन अपनी तीन सूत्रीय मांगों के लिए तब तक अडिग रहेंगे। जब तक उत्तराखंड सरकार एस एस बी युद्ध प्रशिक्षित गुरिल्लाओं का काम नहीं करती है। और अब उत्तराखंड के और समस्त भारतवर्ष के गुरिल्लाओ ने एक निर्णय ले लिया है। कि अगर सरकार गुरिल्ला हित में एवं उनकी तीन सूत्रीय मांगे नहीं मानती है तो गुरिल्लाओं ने एक प्लानिंग बना दी है। पहले तो गुरिल्ला गांधीवादी तरीके से आंदोलन कर रहे थे लेकिन सरकार को रास नहीं आ रहा है। अब ये गुरिल्लाओ ने निर्णय ले लिया है कि अब अपने ही देश में देशद्रोही काम करने पड़ेंगे। गुरिल्लाओ ने एक ठोस रणनीति बना ली है।और अब गुरिल्ला किसी भी हद तक जा सकते हैं। प्रदेश उपाध्यक्ष दिनेश प्रसाद गैरोला ने और मीडिया प्रभारी अनिल प्रसाद भट्ट ने पिथौरागढ़ से सुरेंद्र राम ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा है कि अगर सरकार फिर भी गुरिल्ला हित में काम नहीं करती है तो कहीं ये देश के गुरिल्ला कहीं देशद्रोही न बन जाए। इसलिए सरकार को जितनी जल्दी हो गुरिल्ला की तीन सूत्रीय मांगे जल्दी से जल्दी पूरी करें। आने वाले समय में ये युद्ध प्रशिक्षित गुरिल्ला बहुत सारी प्लानिंग तैयार कर रहे हैं। जिसका खामीयाजा सरकार को भुगतना पड़ेगा। प्रदेश उपाध्यक्ष दिनेश प्रसाद गैरोला ने और प्रदेश मीडिया प्रभारी अनिल प्रसाद भट्ट ने और पिथौरागढ़ से जिला अध्यक्ष सुरेंद्र राम ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा है कि गुरिल्ला मरने और मारने को भी तैयार हैं। यह 19 सालों से सरकार काम नहीं कर रही है इसलिए गुरिल्ला बहुत ही आक्रोशित हैं।