मसूरी में राधा भवन की संपत्ति की फर्जी वसीयत बनाकर जमीन बेचने के आरोपी रितेश सिंह को हुई जेल
सुनील सोनकर
देहरादून। मसूरी में राधा भवन की संपत्ति की फर्जी वसीयत बनाकर फर्जी तरीके से जमीनों को ओने पोने दामों में बेचने वाला आरोपी रितेश सिंह इन दिनो जेल की हवा खा रहा हैं । बिजनौर के जिला एवं सत्र न्यायाधीश एमपी सिंह ने मसूरी में राधा भवन की संपत्ति की फर्जी वसीयत बनाने के मामले में आरोपी रितेश सिंह की जमानत याचिका निरस्त कर दी थी। मसूरी राणा भवन स्टेट के निवासी धनपाल रावत ने बताया कि राधा भवन स्टेट मसूरी देहरादून निवासी नीरज ने थाना शहर कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। अनिरुद्ध चमरिया जिनका स्थाई पता कोलकाता का है व स्थानीय पता राधा भवन स्टेट मसूरी का है। वह उसके बचपन के दोस्त थे तथा उसके माता-पिता का देहांत हो गया था। उसने अपनी संपत्ति की बाबत उसे अदालत से वसीयत कर दी थी। 2019 में वह किसी काम से जम्मू कश्मीर गए, जहां वे बीमार हो गए और अस्पताल में भर्ती कराया गया। इलाज के लिए उन्हें लुधियाना लाया गया, उसने 9 जनवरी 20 को अपनी पहचान के एक व्यक्ति रितेश सिंह को बुलवाया, 10 जनवरी 2020 को अनिरुद्ध का निधन हो गया। फरवरी 2020 में उसने एक एग्रीमेंट राधा भवन स्टेट 7 एकड़ की संपत्ति का डेवलपमेंट करने के लिए अपनी सहमति का रितेश सिंह की फर्म से किया। परंतु उसने कोई कार्य नहीं किया तथा उससे 40 लाख रुपए ऐंठ लिए है। उसकी राधा भवन स्टेट की संपत्ति पर कब्जे का प्रयास भी किया उसे पता चला कि उसने एक नकली वसीयत अनिरुद्ध की बना ली है। साथ ही अनिरुद्ध की संपत्ति को अपनी बता रहा है तथा लोगों को ठगने की कोशिश कर रहा है। अनिरुद्ध की फर्जी वसीयत बनाकर उसके आधार पर बिजनौर कोर्ट में उसने एक झूठा मुकदमा दाखिल किया। कोर्ट ने इस मामले में हुए फर्जीवाड़े में रितेश सिंह की सक्रिय भूमिका को देखते हुए उसकी जमानत याचिका का खरीज करते हुए उसे जेल भेज दिया । धनपाल रावत ने कहा कि हो सकता है कि उसके द्वारा मसूरी और आसपास के क्षेत्र के लोगो के साथ राधा भवन स्टेट की जमीन का लेकर सौदे किये गए होगो ऐसे में अगर किसी ने राधा भवन स्टेट की भूमि खरीदी हो तो वह उसकी जांच कर लें।