पौड़ी जनपद में नशे के अंत तक नशा तस्करों पर लगातार होती रहेगी कड़ी कार्रवाई
सबसे तेज प्रधान टाइम्स गबर सिंह भण्डारी
पौड़ी/श्रीनगर गढ़वाल। मुख्यमंत्री द्वारा वर्ष-2025 तक उत्तराखण्ड को नशामुक्त (“ड्रग्स फ्री देवभूमि”) बनाये जाने हेतु चलाये जा रहे अभियान के क्रम में पुलिस मुख्यालय द्वारा दिनांक-16.12.2024 से 31.03.2025 तक “नशामुक्ति अभियान” चलाया जा रहा है जिसके क्रम में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पौड़ी लोकेश्वर सिंह के निर्देशन में बढते नशे की प्रवृत्ति पर अंकुश लगाने के लिये पौड़ी पुलिस द्वारा नशा तस्करों पर लगातार शिकंजा कसा जा रहा है,नशा तस्करों के विरुद्ध लगातार अभियान चलाकर उनके विरुद्ध कड़ी से कड़ी कार्यवाही की जा रही है। नशा तस्करों पर कार्यवाही करने के लिये सूचना तंत्र को मजबूत कर युवाओं को नशे के भंवर में फंसाने वालों को सलाखों के पीछे पहुंचाया जा रहा है। नशे के आदि व्यक्तियों की काउन्सलिंग कराकर जहां एक ओर उन्हें सुधरने का मौका दिया जा रहा है वहीं दूसरी ओर नशा तस्करी में लगातार सक्रिय रहने वाले अपराधियों पर कड़ी से कड़ी कार्यवाही कर शिकंजा कसा जा रहा है। विगत माह में पौड़ी पुलिस द्वारा लगातार नशा तस्करी में सक्रिय और पेशेवर नशा तस्कर,पैडलर जो या तो जनपद में या जनपद से बाहर के हैं उन नशा तस्करों पर की गई कार्यवाही। जनपद में पिछले कुछ वर्षों से नशा तस्करी में लगातार सक्रिय रहने वाले 10 नशा तस्करों के विरूद्ध गैंगस्टर एक्ट के तहत अभियोग पंजीकृत कर उन्हें गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। नशा तस्करी में संलिप्त कुल 9 अभियुक्तों के विरूद्ध PIT NDPS Act के तहत कार्यवाही करते हुए उनके द्वारा अवैध नशे से अर्जित सम्पत्ति की जांच हेतु रिपोर्ट भी जिलाधिकारी को प्रेषित की गई है। यदि इस जांच में इनके द्वारा अर्जित की गई सम्पत्ति का अवैध नशे के व्यापार से होनी पायी जाती है तो इनकी सम्पत्ति को जब्त करने के साथ-साथ इनकी जमानत भी आसानी से नहीं हो पायेगी। एनडीपीएस एक्ट की धारा- 29 के तहत 2 अभियुक्तों के विरूद्ध के कार्यवाही की गई। इन दोनों अभियुक्तों का नशा तस्करों से सांठ- गांठ होना पाया गया। नशा तस्करी में लगातार सक्रिय रहने वालों का नेटवर्क तोड़ने में पौड़ी पुलिस द्वारा लगातार कठोर कार्यवाही की जा रही है। ऐसे व्यक्ति जो लगातार नशा तस्करी में सक्रिय रहकर मादक पदार्थों की खरीद-फरोक्त कर रहे हैं व सुधरने का नाम नहीं ले रहे है उन्हें लगातार गिरफ्तार कर जेल भेजने के साथ साथ उनकी सम्पत्ति की जांच करवाकर जब्त करने की कार्यवाही भी की जा रही है।